tag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post6079924077878601196..comments2024-01-31T15:22:21.672+05:30Comments on mangopeople: राजनीति चालू आहे - - - - - - mangopeopleanshumalahttp://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comBlogger43125tag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-92122285633234101302013-07-31T12:52:33.169+05:302013-07-31T12:52:33.169+05:30गौरव जी,
कम से कम मैंने तो मीडिया का बचाव इस मामले...गौरव जी,<br />कम से कम मैंने तो मीडिया का बचाव इस मामले में बिल्कुल नहीं किया है।निश्चित रूप से पहले प्रश्न उस पर ही लगना चाहिए लेकिन मैं कह रहा हूँ कि इससे मोदी बेकसूर साबित नहीं हो जाते।यदि मोदी ने पहले ही स्पष्टीकरण दे दिया होता तो सभी केवल मीडिया की ही आलोचना कर रहे होते।वैसे भी ये मामला केवल राजनीतिक नहीं था।ऐसी त्रासदी के समय कोई आधारहीन खबर उडती है तो उसका तुरंत विरोध करना चाहिए।हाँ मीडिया भी दोषी है।अभी तक अंग्रेजी अखबारों में ये बीमारी नहीं थी पर अब लगता है उन्हें भी हो गई है।राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-9962128949676040082013-07-29T06:29:58.966+05:302013-07-29T06:29:58.966+05:30अंशुमाला जी,
आपको गुजरात राग अति लगता है लेकिन उ...अंशुमाला जी, <br /><br />आपको गुजरात राग अति लगता है लेकिन उस मोदी राग का क्या जो मीडिया दिन रात अलापता है ...खैर, आपके अपने विचार और निष्कर्ष हो सकते हैं । मुझे चर्चा में इस तथ्य ( सत्य ) को रखना जरूरी लगा सो रख दिया । मित्र राजन की बात का पर पहले ही प्रतिक्रिया दे चुका हूँ । <br /><br />एक आम आदमी तथ्यों के मामले में मीडिया पर ही ज्यादा भरोसा करता है . अगर मीडिया ही तथ्यों को गलत तरीके से पेश करता है तो पहले प्रश्न चिन्ह उसी पर लगना चाहिए ...इस बारे में शायद मैं और कुछ भी कह पता लेकिन अभी समय की कमीं के चलते यह संभव नहीं हो पा रहा |एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-49530457901968220702013-07-22T12:46:36.757+05:302013-07-22T12:46:36.757+05:30गौरव जी
सभी को अब तक ये बात पता चल गई...गौरव जी <br /> सभी को अब तक ये बात पता चल गई है , किन्तु उस पर सफाई तब दी गई जब इस बात की आलोचना होने लगी की उन्होंने ऐसा क्यों किया, जब तक बात उनके सुपर हीरो बनाने की थी सब चुप थे , जैसा की राजन जी ने कहा कि खुद मोदी जी ने एक बार भी इस बात का खंडन नहीं किया , जब पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह तक सफाई दे रहे है कि मोदी जी ने मुझसे कहा की उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया है , तो क्या मोदी इतने बड़े हो गए है की अपने लिए गलत बात के प्रचार का खंडन नहीं कर सकते है , ये कोई गुजरात दंगो का मुद्दा तो था नहीं जिस पर वो अपनी सहूलियत के हिसाब से बोलेंगे , जब आप गलत बात के लिए चुप रहेंगे तो आप की छवि ऐसे ही बनेगी , ये खबर गलत हो तो भी उनका गुजरात राग तो अब मुझे भी अति लगने लगा है , आम लोगो के किये का श्रेय भी वो अब खुद ही लेने लगे है , सभी को याद रखना चाहिए की अति कभी भी अच्छी नहीं होती है | anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-32719257792044697012013-07-21T17:25:37.336+05:302013-07-21T17:25:37.336+05:30मित्र राजन,
मैं इस पर थोड़ा सा भिन्न मत रखता हूँ ,...मित्र राजन,<br />मैं इस पर थोड़ा सा भिन्न मत रखता हूँ , मोदी इसका खंडन करें या ना करें ये उनकी अपनी स्वतंत्रता होनी चाहिए ये स्टोरी आनंद सूनदास (टाइम्स ऑफ़ इंडिया से) की है अतः उनका या टाइम्स ऑफ़ इंडिया का पूरा फर्ज बनता है इस पर स्पष्टीकरण दें (मोदी या किसी और का नहीं, वैसे भी मोदी पर हर रोज कोई नयी स्टोरी होती है) एक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-63730949885518396072013-07-21T14:44:51.359+05:302013-07-21T14:44:51.359+05:30गौरव जी,
मुझे इस बारे में बहुत पहले ही पता था।हाला...गौरव जी,<br />मुझे इस बारे में बहुत पहले ही पता था।हालाँकि ये खबर शुरूआत में द हिन्दू में आई थी।लेकिन बाद में ये भी पता चल गया कि मोदी ने ऐसा कोई दावा कभी किया ही नहीं।मैं इस पोस्ट पर कमेंट मेँ ये कहना चाहता था लेकिन इससे पहले ये देखना जरूरी समझा कि क्या मोदी ने खुद इस खबर का खंडन किया है क्योंकि ये उनका भी फर्ज बनता है।पर मुझे उनके खंडन के संबंध में कोई खबर नहीं दिखी।राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-50817977375870965142013-07-21T13:32:39.253+05:302013-07-21T13:32:39.253+05:30शायद किसी को पता ना चला हो इसलिए जानकारी के लिए ब...शायद किसी को पता ना चला हो इसलिए जानकारी के लिए बताना चाहूँगा कि मोदी द्वारा सिर्फ गुजरातियों को बचाने की न्यूज पर टाइम्स ऑफ़ इंडिया का स्पष्ठीकरण आ गया है .. आश्चर्य इस बात का है की इस तरह की अजीब न्यूज पर यकीन कैसे कर लिया जाता है और अगर कर भी लिया तो सवाल उठता है ये नयी जानकारी मिलने के बाद अगला कदम क्या उठाया जाएगा , माफ़ी या मीडिया की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिन्ह लगाया जाएगा या फिर दोनों ?<br /><br /> सही जानकारी देते किसी कमेन्ट का काफी इन्तजार करने के बाद ये कमेन्ट कर रहा हूँ ..आशा है इसे अन्यथा नहीं लिया जाएगा <br /><br /><br />http://epaper.timesofindia.com/Default/Scripting/ArticleWin.asp?From=Archive&Source=Page&Skin=TOINEW&BaseHref=CAP%2F2013%2F07%2F14&PageLabel=11&EntityId=Ar01106&ViewMode=HTMLएक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-16756069712783014912013-07-03T23:48:19.553+05:302013-07-03T23:48:19.553+05:30किसी की तारीफ़ या दोष अपने निजी विचारों के अनुसार ...किसी की तारीफ़ या दोष अपने निजी विचारों के अनुसार ही बताये जाने चाहियें न कि औरों की राय से या रंग-रूप\पद से।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-38542929145961175482013-07-02T10:22:17.501+05:302013-07-02T10:22:17.501+05:30नेताओ को क्या कहे जब हम खुद किसी को दोष या तारीफ ...नेताओ को क्या कहे जब हम खुद किसी को दोष या तारीफ करते है समय अपने निजी विचारो से ऊपर नहीं उठ पाते है , जिन्ही पसंद नहीं करते उनके नाम फटाफट लिख देते है और बाकियों को आदि आदि में जोड़ देते है क्यों :( <br />anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-75965627320189791552013-07-02T10:19:42.817+05:302013-07-02T10:19:42.817+05:30हा सूना है की आपना एक दफ्तर भी खोला है वहा किन्तु ...हा सूना है की आपना एक दफ्तर भी खोला है वहा किन्तु जो मामले सीधे साधे है उनके लिए न , जिनके न होने का कोई सबूत ही न हो उनका क्या होगा , और उनका क्या जहा बस बच्चे ही बचे या जहा पूरा का पूरा घर ही बह गया पॉलिसी के पेपर तक नहीं है कोई पहचान पत्र भी नहीं फिर , पता चला कोई धोखेबाज किसी और का पैसा ले गया । कही पढ़ा की बीमा कंपनियों को लोगो से ज्यादा चिंता उन थर्मल पवार प्रोजेक्ट की है जिनका बीमा उनके यहाँ कराया गया था कही उनमें बाढ़ के कारण कोई खराबी हुई तो , लोगू को तो वो फिर भी निपट लेंगे पर पवार प्रोजेक्ट में तो काफी पैसा चला जाएगा उनका । anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-61807523367729532772013-06-30T22:55:47.089+05:302013-06-30T22:55:47.089+05:30LIC ने क्लेम सैटल करने के अपने नियमों में रिलेक्से...LIC ने क्लेम सैटल करने के अपने नियमों में रिलेक्सेशन दी है, जख्मों पर कुछ मरहम तो लग पायेगा।<br /><br />http://www.licindia.in/pages/floods_uttarakhand.pdf<br /><br /><br />http://www.stockwatch.in/lic-open-special-camp-office-uttarakhand-settle-claims-210116संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-72112809152219267942013-06-28T00:31:05.186+05:302013-06-28T00:31:05.186+05:30कभी जनसत्ता में एक आर्टिकल पढ़ा था कि बाढ़ के शुरु...कभी जनसत्ता में एक आर्टिकल पढ़ा था कि बाढ़ के शुरुआती दिनों में लखनऊ, पटना सचिवालयों में बाढ़ संबंधित ठेकेदारों के जाने पहचाने चेहरे दिखने शुरू हो जाते थे। हम लोग कितना ही व्यथित हो लें, ऐसी अपदायें कुछ नीच लोगों के लिये उत्सव से कम नहीं होतीं।<br />प्रधानमंत्री जी और सोनिया जी या दूसरे नेताओं के हवाई दौरे ने राहत कार्य में क्या तेजी लाई होगी, मैं समझ नहीं पाया। कुछ करने की जगह देखने-दिखने के अवसर ही होते हैं ये दौरे। हर कोई अपनी रोटियाँ सेंकने में लगा है। संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-56276575638930488022013-06-27T19:57:28.436+05:302013-06-27T19:57:28.436+05:30कार्टून के ऊपर उनका लिंक दिया है , कार्टून पर भी उ...कार्टून के ऊपर उनका लिंक दिया है , कार्टून पर भी उनका नाम और इ मेल आईडी है ।anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-35765030143008775212013-06-27T14:29:53.615+05:302013-06-27T14:29:53.615+05:30कार्टून अपडेट बहुत बढिया लगा, लगता है कार्टूनिस्ट ...कार्टून अपडेट बहुत बढिया लगा, लगता है कार्टूनिस्ट ने सारी सच्चाई खोल कर रखदी. ये किनका बनाया हुआ है?<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-28754837207329541412013-06-27T14:01:43.866+05:302013-06-27T14:01:43.866+05:30हा जानती हूँ एक विभाग बना था जिसकी आज तक एक भी मीट...हा जानती हूँ एक विभाग बना था जिसकी आज तक एक भी मीटिंग नहीं हुई है , जब नियत ही ख़राब हो तो हजार विभाग भी कुछ नहीं करने वाले है । <br />anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-76519938227920985242013-06-27T14:01:21.244+05:302013-06-27T14:01:21.244+05:30अव्यवस्था तो होगी ही जो पैसा लोगो को राहत पहुँचाने...अव्यवस्था तो होगी ही जो पैसा लोगो को राहत पहुँचाने में खर्च करना था उनसे अब अखबारों में दो दिन विज्ञापन दिए जाते है क्योकि पहले दिन गलती से नेताओ की मुस्कराती फोटो लग गई थी , अभी अभी टीवी पर भी उत्तराखंड की सरकर का गुणगान करता विज्ञापन देखा है , ये सब अब बर्दास्त के बाहर जा रहा है , जब तक हम कुछ नहीं करेंगे ये सब बर्बादी ऐसी ही चलती रहेगी । anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-27678163613205413032013-06-27T13:57:09.837+05:302013-06-27T13:57:09.837+05:30कभी कभी लगता है की ये सब करते हुई इन्हें जरा भी शर...कभी कभी लगता है की ये सब करते हुई इन्हें जरा भी शर्म नहीं आती है क्या वास्तव में ये जनता को इतने बेवकूफ समझते है । anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-37227392243538396662013-06-26T23:38:07.533+05:302013-06-26T23:38:07.533+05:30अंशुमाला जी,
क्या आपको पता है कि सुनामी त्रासदी के...अंशुमाला जी,<br />क्या आपको पता है कि सुनामी त्रासदी के बाद एक आपदा नियंत्रण विभाग भी बनाया गया था? आपका पता नहीं पर मुझे तो अभी पता चला है।पता नहीं ये लोग ऐसे विभाग बनाकर करते क्या हैं।कभी कोई मीटिंग भी होती है या नहीं।अब कल हो सकता है विशेष तौर पर बाढ और लैंड स्लाइडिंग नियण्त्रण के लिए एक और विभाग बना दिया जाए।फिर उसे बजट आवंटित किया जाएगा और फिर वही बंदरबाँट शुरू हो जाएगी।आज तो राहत कार्यों का क्रेडिट लेने के लिए हाथापाई भी हो गई।किसी आपदा या दुर्घटना के बाद कुछ बाते होती ही है जैसे राहुल गाँधी का कुछ समय गायब रहना,दिग्गि सिंह के ऊटपटांग बयान,राहत पैकेजों की घोषणा,लूटपाट की खबरें,क्रिकेट टीम द्वारा जीत पीडितों को समर्पित(!) करना।और राजनीति तो खैर होती ही है।यानी कुछ भी अलग नहीं हो रहा।नेताओं की हरकतें तो बचाव कार्यों में लगे लोगों का भी मनोबल तोड़ती हैं।अच्छा है कि कम से कम सैनिकों का हौसला बढ़ाने का काम खुद सैन्य अधिकारी ही कर रहे हैं।राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-4101881164160198792013-06-26T23:04:51.244+05:302013-06-26T23:04:51.244+05:30कल सुबह मेरी एक सहकर्मी की दादीजी की वहीं पर मृत्य...कल सुबह मेरी एक सहकर्मी की दादीजी की वहीं पर मृत्यु हो गई।वे आईसीयू में थी।अंकल आँटी अभी भी वहाँ एडमिट हैं लेकिन वे खतरे से बाहर हैं।तीनों को ही सेना के जवानों ने बड़ी मुश्किल से बचाया था।आज जब उनके घर गये तो उनके भाई ने बताया कि उनकी दादीजी की मृत्यु किसी चोट की वजह से नहीं बल्कि सदमे की वजह से हुई है।वहाँ लाशों और चीख पुकार को वे सहन न कर सकी।अस्पताल की हालत खराब है आईसीयू तो जनरल वार्ड से भी गया गुजरा हो गया है।मैं मानता हूँ कि एक बार अचानक से विपदा आ जाए तो अवयवस्था हो सकती है।लेकिन अब तो कई दिन हो गए हैं।कम से कम अब तो हालात सुधरने चाहिए वर्ना इतने लोग बाढ़ में नहीं मरे होंगे जितने अव्यवस्थाओं की भेंट चढ़ जाएंगें।राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-1673271596760846972013-06-26T18:40:17.706+05:302013-06-26T18:40:17.706+05:30कितनी मासूमियत से तो अपने देर से आने के कारण बताये...कितनी मासूमियत से तो अपने देर से आने के कारण बताये ,आप कन्विंस नहीं हो पाई :)<br />टीवी पर इनके वादविवाद के समय टीवी तोड़ देने का मन करता है :(<br />पर कुसूर इनका नहीं है, ये जानते हैं कि वोट देते समय हम सब भूल जाते हैं!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-37218744425177016712013-06-26T12:41:49.333+05:302013-06-26T12:41:49.333+05:30एक एन जी ओ के बारे में पता चला जो उत्तराखंड के त्र...एक एन जी ओ के बारे में पता चला जो उत्तराखंड के त्रासदी वाली जगहों पर जाने का प्रयास कर रहा है , एन जी ओ त्रासदी के बाद अनाथ बेघर हुए बच्चो और महिलाओ को बचाने का प्रयास करता है उसका कहना है की ऐसी हर त्रासदी के बाद ऐसी महिओ और बच्चो की खरीद खारोख्त बढ़ जाती है या कुछ गलत लोग ऐसी जगहों पर जा कर अनाथ बच्चो और महिलाओ को गलत धंधे में ले कर आते है , वो ये देखती है की अनाथ बच्चे महिलाए और अपाहिज पुरुष और वृद्ध भी सही जगहों पर जाये , गलत लोगो के हाथ न लगे । इनके बारे में पहले भी सुन रखा था, लगा की एक त्रासदी मौकापरस्तो के लिए कितने तरीके से फायदे लाता है , चाहे वो राजनीति करे या इस तरह का काम । <br />anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-26357808393885036672013-06-26T12:26:58.170+05:302013-06-26T12:26:58.170+05:30वैसे तो पूत के पांव पलने में ही दिखाई दे जाते हैं....वैसे तो पूत के पांव पलने में ही दिखाई दे जाते हैं. ऐसा बच्चा बडा होकर भी क्या कर लेगा?<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-68265513070492410312013-06-26T12:25:57.756+05:302013-06-26T12:25:57.756+05:30बिल्कुल सही उदाहरण दिया आपने, यह बहुत ही कष्टदायक ...बिल्कुल सही उदाहरण दिया आपने, यह बहुत ही कष्टदायक है. यदि सरकार चाहे तो बहुत कुछ किया सकता है अन्यथा बाकी पीछे बची जिंदगियों की हालत बहुत खराब होने वाली है.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-71615922197046304752013-06-26T12:24:27.613+05:302013-06-26T12:24:27.613+05:30ये देश भगवान भरोसे ही चल रहा है.:(
रामराम.ये देश भगवान भरोसे ही चल रहा है.:(<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-42802424367533632552013-06-26T12:18:52.305+05:302013-06-26T12:18:52.305+05:30उन्हें त्रासदी में भी वोट और पैसे नजर आते है । उन्हें त्रासदी में भी वोट और पैसे नजर आते है । anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-25124578226456355952013-06-26T12:18:11.735+05:302013-06-26T12:18:11.735+05:30
सही कहा आप ने साधुओ ने ही मंदिर का खजाना लुट लिय...<br />सही कहा आप ने साधुओ ने ही मंदिर का खजाना लुट लिया , जो यात्री वहा के लोगो दुकानदारो के कमाई का जरिया थे उन्हें ही लुटा , अब तो भारत के महाशक्ति होने , आई टी हब होने जैसी बाते मजाक लग रही है जब आपदा में फंसे लोग भूख तक से मर गए क्योकि उन तक खाना भी नहीं पहुंचाया जा सका , तो काहे की महाशक्ति । गलती की तरफ ध्यान दिलाने के लिए धन्यवाद । <br />anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.com