tag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post8813160672260152128..comments2024-01-31T15:22:21.672+05:30Comments on mangopeople: रणनीति या मौके की नजाकत - - - - -mangopeople anshumalahttp://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-48073025754574041812014-08-04T10:57:20.254+05:302014-08-04T10:57:20.254+05:30लोकसभा चुनाव के बाद तस्वीर कुछ और ही है ।
लम्बा अ...लोकसभा चुनाव के बाद तस्वीर कुछ और ही है ।<br /><br />लम्बा अन्तराल हो गया है, कृपया नयी पोस्ट दें ।hem pandey(शकुनाखर)https://www.blogger.com/profile/15770012470446093894noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-2035423234641461902013-12-27T00:52:01.752+05:302013-12-27T00:52:01.752+05:30aajtak.intoday.in/story/operation-kejriwal-delhi-s...aajtak.intoday.in/story/operation-kejriwal-delhi-secretariat-officials-destroying-files-1-750547.htmlराजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-5842189660636191942013-12-20T19:02:04.557+05:302013-12-20T19:02:04.557+05:30यह भी सही है।लेकिन अंशुमाला जी मैं तो इसे भी अच्छा...यह भी सही है।लेकिन अंशुमाला जी मैं तो इसे भी अच्छा संकेत मानता हूँ कि चुनाव जीते बाद भी इन लोगों को ऐसी नोटंकी करनी पड़ रही है।और वसुंधरा जी पियक्कडों पर विशेष मेहरबानी के लिए जानी रही हैं चाहे डिपार्टमेंटल स्टोर्स मे भी शराब की बिक्री की छूट देने का मामला हो या ठेके रात को आठ के बजाय ग्यारह बजे तक खोलने का।पर अभी तक उन्होंने ऐसा कदम जान बूझकर नहीं उठाया है।देखते हैं यह नौटंकी कब तक जारी रहती है।वर्ना पिछली बार तो इन्होंने फटाफट उन डिपार्टमेंटल स्टोर्स पर भी शराब बेचने की अनुमति दे दी थी जहाँ पर संभ्रांत घरों की महिलाएँ आटा भी खरीद रही होती हैं।राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-45399552669606871232013-12-20T19:01:04.177+05:302013-12-20T19:01:04.177+05:30This comment has been removed by the author.राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-85308657340953649702013-12-20T15:05:29.304+05:302013-12-20T15:05:29.304+05:30ये सब नौटंकी भी बस लोकसभा चुनावो तक ही रहने वाली ह...ये सब नौटंकी भी बस लोकसभा चुनावो तक ही रहने वाली है ये दिखाने के लिए की कांग्रेस का विकल्प वही है और वो भी बड़े नैतिक और आम लोगो जैसे है जनता को किसी और कि जरुरत नहीं है , वरन तो वसुंधरा जी के नखरो और बात करने का तरिका सभी को पता है । anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-46738985003272553892013-12-20T13:06:42.091+05:302013-12-20T13:06:42.091+05:30वसुंधरा जी का काफिला कहीं जा रहा था तो लाल बत्ती ह...वसुंधरा जी का काफिला कहीं जा रहा था तो लाल बत्ती होने पर उन्होंने अपनी गाड़ी को रुकवा दिया और हरी बत्ती होने पर ही उनका काफिला आगे बढ़ा।वसुंधरा जी पहले भी सीएम रह चुकी पर ऐसा तो उन्होंने कभी नहीं किया हमेशा जनता को ही रुकवाया जाता था ।लेकिन इस बार ट्रेफिक नहीं रोका गया।एक एफ एम चैनल की आर जे इस पर कह रही थी कि इन आप पार्टी वालों ने जनता को थोडा भाव देना शुरू कर दिया है इसीलिए दूसरी पार्टी के नेता भी इस तरफ सोचने लगे हैं।मुझे लगता है आरजे बिल्कुल ठीक कह रही थी।राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-47814103847468348942013-12-16T13:58:50.393+05:302013-12-16T13:58:50.393+05:30इस बार की दिल्ली विधानसभा के बारे में किन्ही विमल ...इस बार की दिल्ली विधानसभा के बारे में किन्ही विमल द्विवेदी जी द्वारा फेसबुक पर दी गई जानकारी यहाँ रखना सही रहेगा-<br /> 1. इस बार केवल तीन महिलाये चुन कर आई है,<br />तीनो "आप" से है.<br />2. 12 लोग दलित समाज से है, उसमे से 10<br />"आप" के है.<br />3. कुल 11 युवा विधायक (25 से 35 वर्ष) चुने<br />गए है, उसमे से 10 "आप" के है.<br />4. प्रथम 10 सबसे गरीब विधायक,<br />सभी "आप" के है.<br />5. प्रथम 10 सबसे अधिक शिक्षित<br />विधायक, 7 "आप" से है<br />राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-31199295248694377292013-12-15T06:31:27.419+05:302013-12-15T06:31:27.419+05:30बिजली के बिल का भुगतान न करने जैसी अपील और बिल राश...बिजली के बिल का भुगतान न करने जैसी अपील और बिल राशि आधी करने के वादे करना आसान है लेकिन आगे बहुत कठिन है डगर पनघट की। घाघ नेता पहले चैलेंज देते थे कि आप राजनीति में उतरिये, बेशक एक छोटे से राज्य में ही सही लेकिन उस चैलेंज को काफ़ी हद तक केजरीवाल पार्टी ने स्वीकारा है। अब ईमानदार सरकार बनाकर और चलाकर जनता के चैलेंज को भी स्वीकार करना चाहिये। संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-76157018275339429082013-12-13T06:48:22.869+05:302013-12-13T06:48:22.869+05:30आप पार्टी ने अभूतपूर्व कीर्तिमान बनाये और देश के स...आप पार्टी ने अभूतपूर्व कीर्तिमान बनाये और देश के सामने उन आदर्शों का फिर से नवीनीकरण /जागृत किया जिनके बल पर ही चुनाव लड़े जाने चाहिए। सत्ता से जुड़ने के बाद ही उनके कार्य और संकल्प ठीक से जाने जा पाएंगे। अभी इन्तजार करते हैं। चार राज्यों में पार्टी की जीत के बाद भी मिडिया यही पूछता आया कि आपके फलने का जादू नहीं चला , जबकि इन राज्यों का सामान्य नागरिक भी जन समर्थन के प्रमुख कारण जानता है , मिडिया का पक्षपात पूर्ण रवैया स्पष्ट नजर आया। वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-43354649695984911792013-12-12T15:22:26.052+05:302013-12-12T15:22:26.052+05:30स्टिंग की वजह से इन्हें अपना जनाधार खिसकता नजर आ र...स्टिंग की वजह से इन्हें अपना जनाधार खिसकता नजर आ रहा था।पर योगेन्द्र यादव ने आप की तरफ से उस स्टिंग मामले में काउंटर अटैक जोरदार किया था।केजरिवाल से सरकार बनाने की अपेक्षा इसलिए की जा रही थी क्योंकि कांग्रेस अपना थूका चाटते हुए उन्हें ही बिना शर्त समर्थन को तैयार हुई थी।पर आप ने नकारकर अच्छा ही किया।वो लोग सिद्धांतो के बल पर ही इतना आगे आए हैं।दूसरी तरफ देखा जाए तो केजरिवाल विपक्ष का काम तो पहले से ही करते आ रहे हैं।रॉबर्ट वाड्रा सलमान खुर्शीद शीला दीक्षित नितिन गडकरी अनिल अंबानी सबकी पोल उन्होंने वैसे ही खोल कर रख दी।अब विधानसभा में बैठकर देखते हैं क्या करेंगे।उन्हें हर कदम फूँक फूँक कर रखना चाहिए वर्ना इन्हें भी रामविलास पासवान बनते देर नहीं लगेगी।राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-83449316359655297752013-12-12T11:23:23.756+05:302013-12-12T11:23:23.756+05:30बी जे पी के लिए सरकार बनाना ज्यादा आसान होगा , मझे...<br />बी जे पी के लिए सरकार बनाना ज्यादा आसान होगा , मझे हुए खिलाडी है कांग्रेस का ही एक रूप है कोई भी कांग्रेसी नेता अपनी " अंतरात्मा " जगा कर उसका साथ दे सकता है या वो ले सकते है अपनी और सरकार की स्थिति और मजबूत कर सकता है , आप का साथ दे कर तो बेचारे को लगेगा की लो यहाँ मिलना तो कुछ नहीं है ये कम्बख्त तो सरकारी बस से चलने तक के लिए कही मजबूर न कर दे , इसलिए सरकार फिलहाल तो बीजेपी की ही बनती दिख रही है और उनका हक़ भी बनता है अब धीरे धीरे राजी भी हो रहे है , कांग्रेस को समस्या भी न होगी जानते है कही दुबारा चुनाव हुए तो उन दोनों का क्या होगा पता नहीं किन्तु उनकी ८ भी चली जाएँगी ये तो तय है । anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-86791684587832476952013-12-12T11:22:10.669+05:302013-12-12T11:22:10.669+05:30खुद अरविंद ने इस सवाल पर की महिलाओ को टिकट इतने कम...खुद अरविंद ने इस सवाल पर की महिलाओ को टिकट इतने कम क्यों दिए कहा था कि वो उन्होंने कई महिलाओ से चुनाव लड़ने के लिए कहा जिसमे निलम कटारा भी थी ने इंकार कर दिया , राजनीति और चुनावो की जो हालत देश में थी कि कोई भी साफ सुथरा व्यक्ति यहाँ आना ही नहीं चाहता था उसे डर रहता की उस पर बेमतलब के आरोप लगाये जायेंगे और उसे चुनावी तिकड़म नहीं आता है , यही कारण है कि नेता ताल ठोक ठोक कर अरविंद को चुनाव लड़ने की चुनौती देते थे । बस पैर जमींन पर रहे ये उम्मीद मुझे भी है और उनके हक़ में भी रहेगी । anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-66931629596905128422013-12-12T11:21:44.755+05:302013-12-12T11:21:44.755+05:30हा अब इंतज़ार के अलावा कोई रास्ता भी नहीं है । हा अब इंतज़ार के अलावा कोई रास्ता भी नहीं है । anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-15790628516538510482013-12-11T20:25:19.159+05:302013-12-11T20:25:19.159+05:30अंशुमाला जी! बहुमत न होने का इस समय सबसे बड़ा नुकसा...अंशुमाला जी! बहुमत न होने का इस समय सबसे बड़ा नुकसान यह है कि साझा सरकार बना भी ली जाये, तो बहुमत सिद्ध करना एक बड़ा सिरदर्द होगा.. कॉंग्रेस समर्थन के दिन यदि अनुपस्थित भी हो जाये तो बहुमत सिद्ध हो जायेगा, लेकिन आगे तो "हवन करेंगे-हवन करेंगे".. जिन कदाचारों और बढ़े मूल्यों का विरोधकर वे गद्दी पर बैठे, उसको काबू में करना असम्भव होगा और वो भी लोकसभा चुनाव से पहले.. याद है बी जे पी का बयान कि हमें तो खाली खज़ाना मिला है हम कैसे गाड़ी पटरी पर लाएँ... कोई भी पार्टी सत्तारूढ़ पार्टी को हटाने का दम भरती है, लेकिन मेनिफेस्टो में यह नहीं कहती कि चोर और खज़ना खाली करने वाली पार्टी के बाद वो कैसे चमत्कार दिखायेंगे!! जनता की उम्मीदें अगले दिन से चालू हो जाती हैं.. <br />इन सब को देखते हुये दोनों पार्टियों के लिये पॉप्कॉर्न की कढ़ाई है दिल्ली की विधान सभा!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-26632044211315262072013-12-11T17:18:48.995+05:302013-12-11T17:18:48.995+05:30ye masla zara hat ke hai ye masla zara hat ke hai Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-59112703023387104202013-12-11T13:52:52.294+05:302013-12-11T13:52:52.294+05:30इन्हें और कम करने का वक़्त मिलेगा = इन्हें और काम क...इन्हें और कम करने का वक़्त मिलेगा = इन्हें और काम करने का वक़्त मिलेगा rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-68300920332208099172013-12-11T13:50:58.656+05:302013-12-11T13:50:58.656+05:30AAP की सफलता देख,अब शायद बुद्धिजीवी , समाजसेवी, दे...AAP की सफलता देख,अब शायद बुद्धिजीवी , समाजसेवी, देश और जनता के लिए कुछ करने का जज़्बा रखने वाले राजनीति की तरफ आकृष्ट होंगे .राजनीति को सिर्फ कीचड़ और गंदगी नहीं समझा जाएगा. पर मुश्किल यही है कि सफलता कितना संभाल पाते हैं ,ये लोग. अरविन्द केजरीवाल अकेले कुछ नहीं कर सकते...उनके आस-पास भी ऐसे लोग होने चाहिए जिनके पंख तो खुल आयें पर पैर जमीन पर ही हो ....एक आशा तो बंधी है...इनकी सफलता की रफ़्तार भले ही धीमी हो, पर आने वाले दिनों में साफ़-सुथरी राजनीति का चलन हो..ये भी कम नहीं. पूर्ण बहुमत न मिल पाना ,इनके हक में अच्छा ही है. इन्हें और कम करने का वक़्त मिलेगा .अभी संगठन को बढाने की ज्यादा जरूरत है . rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-22795120780988849832013-12-11T12:12:24.236+05:302013-12-11T12:12:24.236+05:30कांग्रेस किसी भी कीमत में दुबारा चुनाव नहीं होने द...कांग्रेस किसी भी कीमत में दुबारा चुनाव नहीं होने देगी वो जानती है इन हालातो में दुबारा चुनाव हुए तो जो ८ उसके पास है वो भी चले जायेंगे , इसलिए जहा तक मेरी जानकारी है विधान सभा बर्खास्त नहीं होगी न दुबारा चुनाव होंगे केवल ६ महीने के लिए राज्यपाल शासन लगेगा उसके बाद और उस बिच भी कभी भी कोई भी अपनी सरकार बनाने का दावा पेश कर सकता है , ऐसा ही होता आया है । anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-45042109258893248812013-12-11T12:11:59.617+05:302013-12-11T12:11:59.617+05:30आगे चलकर आम और खास दोनों का ये भी एक खेल ही साबित ...आगे चलकर आम और खास दोनों का ये भी एक खेल ही साबित होगा ..... जस्ट वेट एंड वाच डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-8736768293576289702013-12-11T12:08:17.772+05:302013-12-11T12:08:17.772+05:30ऐतिहासिक क्षण तो है ही , जो कांग्रेस " आप &qu...ऐतिहासिक क्षण तो है ही , जो कांग्रेस " आप " के हाथो इतनी बुरी गत पाई है जिसे चुनावो के पहले कुछ समझते नहीं थे आज उसी को बिना शर्त समर्थन को तैयार है , इन कांग्रेसियो की अंतरात्मा बड़ी जल्दी जागती है । anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-86313087707673903172013-12-11T12:05:33.259+05:302013-12-11T12:05:33.259+05:30अन्ना आंदोलन से जनता जाग गई है ये बात तो पिछले साल...अन्ना आंदोलन से जनता जाग गई है ये बात तो पिछले साल दिसंबर में ही पता चल गया था ( कितने समय के लिए ये नहीं पता ) अब तो उसका परिणाम सामने आया है , असल में अन्ना आंदोलन का असर तो अब इन नेताओ को पता चला है जो उसे हमेसा से हलके में लेते थे वो अलग बात है की आज खुद अन्ना के साथ जब वो अनशन पर है तो ज्यादा लोग खड़े नहीं दिख रहे है , सम्भवतः चुनावो कि आपा धापी कुछ कम हो तो "आप " और हैम सभी को उनकी याद आये । । anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-6997661835880265072013-12-11T12:00:17.377+05:302013-12-11T12:00:17.377+05:30उन्हें बहुमत की आशा थी कि नहीं ये कहना मुश्किल है ...उन्हें बहुमत की आशा थी कि नहीं ये कहना मुश्किल है क्योकि जो सर्वे चुनावो से पहले वो करवा रहे थे उसमे उन्हें बहुमत से ज्यादा सीटे मिलती दिखा रहे थे जिसका सभी मजाक भी उडा रहे थे , उन्हें बहुमत मिल भी जाती यदि जनता में कुछ लोग ये नहीं सोचते की उन्हें पसंद तो करते है किन्तु वोट दे कर क्या फायदा सरकार तो उनकी बननी नहीं है शाजिया सिर्फ ३२६ वोट से हारी है । सरकार वो क्यों बनाएंगे उनका तो हक़ भी नहीं बनता है संवैधानिक तरीके से ये काम तो बीजेपी को करना है कायदे से देखे तो दो निर्दलीय को मिलाने के बाद उन्हें मात्र दो सीटो की जरुरत है , जो उनके लिए कोई मुश्किल नहीं वो जब चाहे कांग्रेस के ८ में से ४-६ विधयाको की अंतरात्मा जगा सकते है :) वो जगाएंगे भी किन्तु लोकसभा के चुनावो के बाद ," आप " को हलके में लेने की कांग्रेसी गलती वो नहीं दोहराएंगे , और आप आज किसी के सहयोग से सरकार बना कर अपना कल क्यों बिगाड़े और दुसरो के हाथ में मुद्दा क्यों दे अपने खिलाफ , जबकि उसका लक्ष्य और आगे जाने का है । anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-71438434732473832912013-12-11T10:20:21.810+05:302013-12-11T10:20:21.810+05:30We are in a ticklish situation , BJP or AAP if the...We are in a ticklish situation , BJP or AAP if they together make a government then who sits in opposition , will congress with 8 seats sit in opposition ???? <br />If BJP or AAP form the government and second one sits with congress in opposition and government being a non majority can be given a vote of no confidence <br /><br />As of now this has nothing to do with the loksabha election and before 18th december a decision needs to be take as per constitution रचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-44270950941398939602013-12-10T23:06:07.852+05:302013-12-10T23:06:07.852+05:30जो भी हो सच में ऐतिहासिक क्षण तो है. रणनीति हो या ...जो भी हो सच में ऐतिहासिक क्षण तो है. रणनीति हो या राजनीति एक डर तो आया है इन हिटलरी नेताओं में.आगे तो बस प्रार्थना ही कर सकते हैं.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-77398944222908448692013-12-10T21:09:52.656+05:302013-12-10T21:09:52.656+05:30पर जो भी हो दिल्ली के चुनावों में सबसे अच्छी बात य...पर जो भी हो दिल्ली के चुनावों में सबसे अच्छी बात यह हुई कि बड़े बड़े नेताओं के घमंड को जनता ने चूर चूर कर दिया।खासकर शीला जी जो केजरिवाल के बारे मे उल्टा सीधा बोल रही थी।राजस्थान में यूँ तो हर बार परिवर्तन होता है लेकिन इस बार खास बात यह रही कि दोनों पार्टियों ने जितने भी नेताओं के बेटे बेटियों और रिश्तेदारों को टिकट दिए थे जिन्हें कोई अनुभव नहीं था वो सब नकार दिए गये इसके अलावा जितने भी दागी और दागियों के रिश्तेदारों को टिकट दिए गये थे वो सब बुरी तरह से हारे हैं।ऐसा यहाँ पहले कभी नहीं हुआ और ज्यादा खास बात यह है कि इन दोनों मामलों में दोनों ही पार्टियों के साथ मतदाता ने एक जैसा व्यवहार किया है।राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.com