tag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post8827325638120635337..comments2024-01-31T15:22:21.672+05:30Comments on mangopeople: आग लगे ऐसी साक्षरता कोanshumalahttp://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-49813292819826569152010-07-29T14:24:02.563+05:302010-07-29T14:24:02.563+05:30agree with u! 100%
http://liberalflorence.blogspo...agree with u! 100%<br /><br />http://liberalflorence.blogspot.com/Dr. Tripat Mehtahttps://www.blogger.com/profile/06972787985997523606noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-50028965461066453932010-07-28T22:17:59.213+05:302010-07-28T22:17:59.213+05:30अगर ठेकेदारों का शोषण रोकने की जुगत की जाए तो उसपर...अगर ठेकेदारों का शोषण रोकने की जुगत की जाए तो उसपर लागत भी कम आएगी और बेचारा मज़दूर भी साक्षरता का इस्तेमाल मेहनताने से इतर मुद्दों के लिए कर सकेगा।कुमार राधारमणhttps://www.blogger.com/profile/10524372309475376494noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-39727921922213374692010-07-26T03:47:22.951+05:302010-07-26T03:47:22.951+05:30अब इतने साल बाद ये तो सबको समझ आ गया है कि साक्षरत...अब इतने साल बाद ये तो सबको समझ आ गया है कि साक्षरता के साथ जागरुकता भी बढ़ानी होगी। जागरुकता औऱ हक की आवाज जब उठेगी तो एक निरक्षर भी व्यवस्था को बदलने की ताकत रखता है। निरक्षर को साक्षर बनाने के साथ जागरुक करना आवश्यक है। निरक्षर भी कई बार साक्षरों से ज्यादा समझदार होता है। तो जरुरत है दोनो स्तर पर एकसाथ काम करने की।Rohit Singhhttps://www.blogger.com/profile/09347426837251710317noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-47305833214480286192010-07-24T16:07:42.349+05:302010-07-24T16:07:42.349+05:30सैल जी
यहाँ भी बात व्यवस्था की खामी कि ही की जा र...सैल जी <br />यहाँ भी बात व्यवस्था की खामी कि ही की जा रही है कि केवल साक्षर बना देने से शोषण नहीं रुकेगा जैसा कि हम आप और सरकार सोचती है यदि ऐसा होता तो किसी पढ़े लिखे का कभी शोषण होता ही नहीं पर क्या वास्तव में ऐसा है | यदि उस साक्षर मजदुर की शिकायत पर पुलिस कार्यवाही करती तो न केवल आगे ऐसा शोषण होना रुकता बल्कि लोग खुद आगे आ कर पढ़ना लिखना सिखते उन्हें उसमे फायदा नजर आता | मतलब की पहले देश की व्यवस्था सुधारिए फिर कोई दूसरा काम कीजिए तभी उसका फायदा हम सभी को मिलेगा |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-70650076940743603652010-07-23T20:02:22.553+05:302010-07-23T20:02:22.553+05:30मैं यहाँ आपसे सहमत नहीं हो पाया ... यहाँ गलती साक्...मैं यहाँ आपसे सहमत नहीं हो पाया ... यहाँ गलती साक्षरता की नहीं है ... उस गलत व्यवस्था की है जिसका शिकार वो गरीब है ... एक साक्षर मार खाया ... यहीं अगर मान लीजिए हर कोई साक्षर होता, जागरूक होता .... तो शायद मार मजदूर नहीं ठेकेदार खाता ...<br />क्या इस वाकया से हम यही कहेंगे कि बस किसीको साक्षर नहीं होना चाहिए ?Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-16434161049390006552010-07-22T17:43:32.154+05:302010-07-22T17:43:32.154+05:30सही कहा आपने।सही कहा आपने।adminhttps://www.blogger.com/profile/09054511264112719402noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-55604210722516652002010-07-22T07:29:38.314+05:302010-07-22T07:29:38.314+05:30बहुत अच्छी प्रस्तुति।बहुत अच्छी प्रस्तुति।हास्यफुहारhttps://www.blogger.com/profile/14559166253764445534noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-7484645069768242212010-07-21T17:03:17.588+05:302010-07-21T17:03:17.588+05:30आपकी चिंता जायज है।
………….
संसार की सबसे सुंदर आँखे...आपकी चिंता जायज है।<br />………….<br /><a href="http://sb.samwaad.com/" rel="nofollow">संसार की सबसे सुंदर आँखें।</a><br /><a href="http://ts.samwaad.com/" rel="nofollow">बड़े-बड़े ब्लॉगर छक गये इस बार।</a>Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-50612961518084013092010-07-21T16:15:18.510+05:302010-07-21T16:15:18.510+05:30भूखे पेट भजन नहीं हो सकता...भूखे पेट भजन नहीं हो सकता...ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-60830874664314378562010-07-19T11:44:46.665+05:302010-07-19T11:44:46.665+05:30its very true !!!!!its very true !!!!!vinitahttps://www.blogger.com/profile/07930970964401832815noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-56176290536046711062010-07-16T22:28:41.882+05:302010-07-16T22:28:41.882+05:30बिलकुल सटीक
सच की धरती बहुत गर्म होती है .....पैर ...बिलकुल सटीक<br />सच की धरती बहुत गर्म होती है .....पैर जलने लगते हैं<br />ये कहानी सच में मेंगो पीपल (आम आदमी) की सच्चाई बयान कर रही है<br />इस रचना के लिए धन्यवादएक बेहद साधारण पाठकhttps://www.blogger.com/profile/14658675333407980521noreply@blogger.com