tag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post1918708322597303252..comments2024-01-31T15:22:21.672+05:30Comments on mangopeople: सर नोचने के लिए अपने हाथ कम पड़े तो मदद लीजिये ------------mangopeople anshumalahttp://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-81540355870978935612012-10-20T12:52:28.422+05:302012-10-20T12:52:28.422+05:30अभी तो देखिये और क्या क्या होता है यहाँ !!अभी तो देखिये और क्या क्या होता है यहाँ !!abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-82099620130095893262012-10-15T10:27:27.310+05:302012-10-15T10:27:27.310+05:30बिलकुल सही कहा जिन दिन यहाँ भी फायदा नहीं होगा बोर...बिलकुल सही कहा जिन दिन यहाँ भी फायदा नहीं होगा बोरिया बिस्तर ले कर चले जायेंगे ।anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-74441956316559632182012-10-15T10:26:59.454+05:302012-10-15T10:26:59.454+05:30इस गरीबी निरक्षरता के दो फायदे है एक तो उनसे आसानी...इस गरीबी निरक्षरता के दो फायदे है एक तो उनसे आसानी से वोट मिलता रहेगा दुसरे उनके कल्याण के नाम पर नई नई योजनाए बना कर पैसा हजम किया जायेगा ।anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-88784893893151924712012-10-15T10:26:48.572+05:302012-10-15T10:26:48.572+05:30कल ही देखा की हरियाणा के एक आई ए एस आफिसर बता रहे...कल ही देखा की हरियाणा के एक आई ए एस आफिसर बता रहे थे की पिछली बार 80 दिन में ट्रांसफर हुआ इस बार 50 दिन में ही हो गया क्योकि इस बार मैंने अपने विभाग का घोटाला 50 दिन में ही पकड़ लिया था , किरण बेदी तो सीधा उदाहरन है की किस तरह इमानदार और काबिल लोगो को बेमतलब के विभागों में भेज दिया जाता है , पर अच्छे लोग जहा जाते है वहां भी कुछ कर जाते है चाहे दिल्ली यातायात विभाग हो या तिहाड़ जेल , वैसे ही आप से भी उम्मीद है ।anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-19144427813770491522012-10-15T10:26:34.908+05:302012-10-15T10:26:34.908+05:30रश्मि जी
मुझे निजी रूप से लगता है य...रश्मि जी <br /><br /> मुझे निजी रूप से लगता है ये भ्रष्टाचार को स्वीकार कर लेने और उसे अनदेखा करने की हमारी ( आप और मै दोनों ) प्रवित्ति ने ही इसे इतना बढा दिया है , यदि हम पहले ही घोटाले के प्रति आक्रमक होते और उसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं करते तो हालात इतने बुरे नहीं होते ।anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-39919239131016530622012-10-13T20:16:36.982+05:302012-10-13T20:16:36.982+05:30@कहा जा रहा था की वालमार्ट आएगा तो भारत में रोजगार...@कहा जा रहा था की वालमार्ट आएगा तो भारत में रोजगार मिलेगा , अच्छा वेतन मिलेगा , काम की सही सुविधा जनक जगह मिलेगी आदि आदि , अब सुना है की अमेरिका में वालमार्ट के कर्मचारी कम वेतन , काम के ज्यादा घंटे , सुविधाओ की कमी आदि आदि को लेकर हड़ताल पर चले गए है ।<br /><br />europe america , ityadi me bahut recession haen is liyae yae log apni dukaan dusri jagah lae jaa rahey haen <br /><br />रचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-11319653331431770232012-10-13T17:08:49.475+05:302012-10-13T17:08:49.475+05:30किसान, गरीब, विकलांग इनके हिस्से की ग्रांट, मकान, ...किसान, गरीब, विकलांग इनके हिस्से की ग्रांट, मकान, फ़लैट, जमीन, सब्सिडी हड़प कर जाने वालों का हाजमा तो काबिलेगौर है। लोग इन सुविधाओं के आश्रित बने रहें, यह व्यवस्था इस बात को भी सुनिश्चित करती है। गरीब गरीब रहे, निर्बल निर्बल रहे तभी तो उनके हिस्से को पचाने का मौका मिलेगा।संजय @ मो सम कौन...https://www.blogger.com/profile/14228941174553930859noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-45060627339431844092012-10-13T16:16:44.608+05:302012-10-13T16:16:44.608+05:30हमारी नौकरी की सबसे बड़ी फ्रस्ट्रेशन यही है अंशुमा...हमारी नौकरी की सबसे बड़ी फ्रस्ट्रेशन यही है अंशुमाला जी.. हम तो रोज यही देखते हैं और वो सारे दस्तावेज़ भी जिनमें लगी लाल रंग की सरकारी मुहर कई बार उन गरीब किसानों का खून मालूम पडती है!! हम भी कागज़ फ़ाइल कर देते हैं और ऊपर लिख दिया जाता है कि अनुमति प्राप्त कर ली गयी.. <br />एक सरपंच अपने मातहत सारे किसानों के अंगूठे लगवाकर ले आता है!! रोज यही सब देखते हुए घुटन होती है!! तभी तो हम भावनगर भेज दिए जाते हैं!!चला बिहारी ब्लॉगर बननेhttps://www.blogger.com/profile/05849469885059634620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-38763431258783922742012-10-13T15:02:38.291+05:302012-10-13T15:02:38.291+05:30आज ही मैंने अखबार खोला और पहले तीन पन्ने स्किप कर ...आज ही मैंने अखबार खोला और पहले तीन पन्ने स्किप कर गयी,वही स्कैम की ख़बरें थीं। टी वी पर समाचार देखना छोड़ ही चुकी हूँ। पहले Times Now और NDTV पर बहस देखने में रूचि थी , अब लगता है सिर्फ लफ्फाजी है,एंकर भी परदे पर आम लोगो के हिमायती दिखते हैं पर कुछ की असलियत सामने आ ही चुकी है।<br /><br />कहीं पढ़ा था, इतने दिनों तक अंग्रेजों का साम्राज्य रहने की वजह से अपने देश को अपना समझने की भावना ही नहीं पनप पायी है। जबतक इसे अपना समझकर इसकी साज संभाल का ख्याल नहीं आएगा, ये सब नहीं रुकने वाला है। अब वो दिन , सौ साल बाद आएगा या दो सौ साल बाद,या पांच सौ साल बाद, कहना मुश्किल है पर ऐसा न हो कि तब तक अपने हाथों ही अपने देश को तबाह कर डाले हों और कुछ बचा ही न रहे।rashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-75978125343089345642012-10-13T11:47:45.754+05:302012-10-13T11:47:45.754+05:30ये भ्रष्टाचार का पेड़ उलटा होता है जिसकी जड़े ऊपर...ये भ्रष्टाचार का पेड़ उलटा होता है जिसकी जड़े ऊपर होती है शुरुआत तो ऊपर से काटने से होगा ।anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-66818016109567680572012-10-13T11:47:11.898+05:302012-10-13T11:47:11.898+05:30बाहर निकलने का उपाय हमें ही करना होगा ।बाहर निकलने का उपाय हमें ही करना होगा ।anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-24645356318802407182012-10-13T11:46:34.643+05:302012-10-13T11:46:34.643+05:30कुछ जरुरी बदलाव तो पहले ही किये जा चुके है , जैसे ...कुछ जरुरी बदलाव तो पहले ही किये जा चुके है , जैसे अब अ धिकारियो की नोटिंग, मामले पर उनकी टिप्पणी नहीं मिलती है , कुछ और जरुरी बदलाव करेंगे किन्तु जब आप को हथियार को कैसे चलाना है पता हो तो उसकी धार कितनी भी कुंद कर दी जाये उससे काम निकाल ही लिया जाता है । anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-68151816474448391742012-10-13T11:46:17.407+05:302012-10-13T11:46:17.407+05:30जितने बाहर आये है उससे कही ज्यादा ।जितने बाहर आये है उससे कही ज्यादा ।anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-83882993512936606552012-10-13T11:46:04.207+05:302012-10-13T11:46:04.207+05:30बस कुछ दिन का और इंतजार ।बस कुछ दिन का और इंतजार ।anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-88412086298736781852012-10-13T11:40:13.705+05:302012-10-13T11:40:13.705+05:30अपने देश में लोकतंत्र की जड इतनी मजबूत है की किसी ...अपने देश में लोकतंत्र की जड इतनी मजबूत है की किसी आराजकता की स्थिति कभी नहीं बनेगी , ये जड़ नेताओ के बलबूते नहीं यहाँ के आम लोगो की वजह से मजबूत है , जो जानते है की पञ्च साल बाद ही सही बजी एक बार तो हमारे हाथ आएगी ही ।anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-40049846826431634402012-10-13T08:56:29.107+05:302012-10-13T08:56:29.107+05:30लोग पैसों के पीछे पागल हो गए हैं, सारा समाज ही इस ...लोग पैसों के पीछे पागल हो गए हैं, सारा समाज ही इस ओर भाग रहा है। भोगवाद का कभी तो अन्त होगा। इसके लिए समाज को ही आगे आना होगा। हम निश्चय कर लें कि ऐसे किसी पागलपन में शामिल नहीं होंगे तो शायद कुछ बात बने। अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-70882379277808991092012-10-13T07:24:02.243+05:302012-10-13T07:24:02.243+05:30समय बड़ा कठिन चल रहा है।समय बड़ा कठिन चल रहा है।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-76698035690600060962012-10-13T01:30:20.841+05:302012-10-13T01:30:20.841+05:30मुझे इनमें से तीन के बारे में ही पता था।ऐसी ज्यादा...मुझे इनमें से तीन के बारे में ही पता था।ऐसी ज्यादातर जानकारियाँ आरटीआई के जरिये ही सामने आई हैं ।कल सुना प्रधानमन्त्री जी कैसे सूचना का अधिकार कानून के नुकसान बता रहे थे।हो सकता है जल्द ही इसमें कुछ 'जरूरी' बदलाव किए जाएँ।तब हमारे लिए भी अच्छा रहेगा,शायद कुछ कम सर नोचना पडे।राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-67244905035987809202012-10-12T22:18:57.974+05:302012-10-12T22:18:57.974+05:30सच में दुखद ...... न जाने ऐसे कितने ही और मामले दब...सच में दुखद ...... न जाने ऐसे कितने ही और मामले दबे पड़े हैं...... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-3507747599966345942012-10-12T13:48:04.193+05:302012-10-12T13:48:04.193+05:30हो गया तंत्र बेलगाम देखिये..अब क्या होगा अंजाम देख...हो गया तंत्र बेलगाम देखिये..अब क्या होगा अंजाम देखिये.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-9018826800392573952.post-24201981796214188282012-10-12T11:57:04.378+05:302012-10-12T11:57:04.378+05:30
जमीनों के लिये किसानों से किया गया छल, ये नित ... <br /> जमीनों के लिये किसानों से किया गया छल, ये नित नये घोटाले, नेताओं की कैंची सी चलती जुबान, जनता में फैलता भीतरी असंतोष सब देखताक कर कभी-कभी यूं लगता है कि कही भारत किसी बड़ी अस्थिरता की ओर तो नहीं बढ़ रहा, क्या पता लोगों का गुस्सा अचानक फूट पड़े और जैस्मिन क्रांति की तरह कोई बड़ी घटना न हो जाय। ऐसी स्थिति मे भी जो समर्थ हैं उनको तो कुछ न कुछ ठौर मिल जायगा, बिगडेगा अंत में निरीह और असहाय लोगों का ही। देखें ।आगे क्या होता है। <br /> सतीश पंचमhttps://www.blogger.com/profile/03801837503329198421noreply@blogger.com