हफ्ते भर पहले छोटी बहन के बॉस के पंद्रह वर्षीय बेटे की ब्लड कैंसर से मौत हो गयी | दो साल पहले ही कैंसर के बारे में पता चला बाकी तमाम इलाज के बाद इस अप्रैल उसका आखिरी इलाज के रूप में बोनमैरो ट्रांसप्लांट हुआ था | रक्षा बंधन पर घर आते ही इंफेक्शन हुआ और मौत हो गयी |
कैंसर और दूसरी तमाम जानलेवा बीमारियों में ज्यादातर मौत इस कारण होता हैं कि बिमारी का पता ही देर से चलता हैं | मेरे चाचा ससुर को भी उन्नीस साल पहले ब्लड कैंसर हुआ थे लेकिन वो पहले चरण में ही पकड़ा गया , नतीजा वो कैंसर से ठीक भी हो गए और आज भी जीवित हैं | बस निमोनिया के इलाज के लिए अस्पताल में उस समय भर्ती हुए थे और कोई ख़ास समस्या नहीं थी | लेकिन डॉक्टर ने शरीर के अंदुरुनी लक्षणों को देखते उनकी जाँच कराई और बीमारी का पता चल गया |
जानलेवा क्या कई बार सामान्य बीमारियों को समझने में भी डॉक्टर को सालों लग जाते हैं | मेरी मौसी को पैर में दर्द रहता था और बार बार बुखार आता था | साल बीत गया डॉक्टर समझ ही नहीं पा रहें थे कि क्या हुआ है | एक डॉक्टर ने कह दिया कि घुटने जाम हो रहें हैं सुबह टहलना शुरू कीजिये |
वो तो शुक्र हैं मेरी वजह से अनजाने में उनकी बिमारी का पता चल गया | अपनी एक मित्र को दिखाने एक हड्डी के डॉक्टर के पास गयी थी | वहां एक बारह साल की बच्ची आयी थी जिसका पैर के फोड़े का ऑपरेशन होना था | ऊपर से एकदम सामान्य दिख रहा था पैर , फोड़ा उसकी हड्डियों में था | उसे देख मैने मौसी को उसी डॉक्टर को दिखाने के लिए कहा , तब पता चला मौसी को बोन टीबी हैं | देरी का नतीजा ये हुआ कि तब तक उनकी आधी हड्डी गल चुकी थी | सालभर इलाज के बाद वो ठीक हो गयी |
कई बार ऐसा भी होता हैं कि समस्या कहीं और होती हैं और लक्षण कुछ और ही दिखाई देते हैं | ऐसे में अनुभवी या उस विषय का विशेषज्ञ ही बिमारी पकड़ पाता हैं | जिस मित्र को लेकर हड्डी के डॉक्टर के पास गयी थी उन्हें बाइस तेईस की उम्र में जोड़ो का दर्द हो रहा था | इलाज के बाद जोड़ो का दर्द ठीक हुआ तो फिर पता चला पीलिया हो गया हैं लिवर में समस्या आ गयी हैं |
एकदिन वो अपनी बहन को लेकर दांत के डॉक्टर के पास गयी तार लगवाने । वो खुद भी एक साल से दांतों में तार लगवाई हुयी थी लेकिन दूसरे डॉक्टर से | उस डॉक्टर ने जब इन्हे बोलते देखा तो उसे कुछ ठीक नहीं लगा बोली पहले आपके तार की जाँच करती हूँ | जाँच करते ही उसने पूछा क्या तुम्हे जोड़ो का दर्द और लिवर में समस्या हैं | मित्र के हां में जवाब देते उसने बताया ये सब तुम्हारे गलत तरीके से दांतों में तार लगाए जाने के कारण हैं | तार को इतना ज्यादा टाइट किया गया हैं कि तुम्हारे पुरे मसूड़े हिल गए हैं | अभी इसका इलाज नहीं हुआ तो इसके बाद तुम्हारे किडनी और दिल पर इसका असर होता | तीन चार घंटे का उनका ऑपरेशन करके मसूड़ों को सेट किया गया और वो ठीक हुयी |
सोचिये दांतों में गलत तरीके से लगा तार पूरे शरीर के जरूरी अंगो पर असर डाल सकता हैं कोई कभी सोच भी नहीं सकता था | जमाने पहले मेरी मम्मी के दिल की धड़कने इतनी बढ़ गयी थी कि पास खड़ा आदमी सुन ले | घर में लोग हार्ट के डॉक्टर के पास चक्कर लगाते रहें महीनो तक , अंत में एक सरकारी डॉक्टर ने पकड़ा की उन्हें थायराइड हैं |
उस जमाने में माइग्रेन आज की तरह आमबात नहीं होती थी | मेरे मम्मी की सर दर्द पर डॉक्टरों ने उन्हें प्रयोगशाला का चूहा बना दिया था | जिस डॉक्टर को जो समझ आता वही इलाज दवा शुरू कर देता | यहाँ तक की मम्मी को मनोचिकित्सक के पास भी ले गए पापा और वो गधा , तुम्हे सास से परेशानी हैं , क्या तुम्हे पति परेशान करते सवालों पर ही अटका रहा | दवा के नाम पर शरीर और दिमाग को सुस्त करने वाली गोली दे देता | उससे मम्मी और ज्यादा बीमार महसूस करती |
आसपास ना जाने कितने लोगों को देखा हैं जिनकी बिमारी बड़ी हो गयी या बहुत ज्यादा दर्द , परेशानी झेला क्योकि बिमारी ही किसी डॉक्टर को समझ नहीं आ रही थी | सही समय पर सही बीमारी और उसका सही इलाज मिल जाए तो ना जाने कितने लोगों की जान बच जाए |