अफगानिस्तान मे जब तालिबान की दुबारा वापसी हुयी थी तब वहां के हालातो पर फेसबुक पर बहुत कुछ लिखा था । उस समय की हुयी आशंकाएं आज सच हो रही है तो ये सब याद आ रहा है ।
फन फैक्ट
आप विश्वास करेंगे हमारी लेफ्ट और राइट आँखे किसी एक ही चीज और घटना को अलग अलग तरीके से देखती हैं और लेफ्ट और राइट दिमाग उसी घटना का अलग अलग तरीके से विश्लेषण करता हैं | विश्वास नहीं हो रहा हैं तो उदाहरण दे देतीं हूँ |
उन दिनी हमारी राइट आँखे और दिमाग कुछ मासूम अफगानी बच्चो की फोटो दिखा कर हमें बता रहा हैं कैसे मासूम बच्चो को , निर्दोष लोगों को तालिबानी गोलियों से उड़ा दे रहें हैं और छोटी बच्चियों को अपनी यौन दासी बना रहें हैं | ये सब देख कर राइट दिमाग और दिल में बहुत दर्द हो रहा हैं जबकि लेफ्ट आई को कुछ दिख ही नहीं रहा हैं |
लेकिन ज्यादा समय नहीं हुआ जब हमारी लेफ्ट आई और दिमाग ऐसे ही मासूम बच्चों और लोगों की फोटो वायरल कर दिखा रहा था कि फलीस्तीनी मासूम बच्चो और लोगों पर कैसे इजराइल बम गिरा कर उन्हें घायल कर रहा उन्हें मार रहा हैं | जबकि उसी समय पर इजरायल में दागे जा रहें हमास के रॉकेट उन्हें नहीं दिख रहें थे | बिलकुल उसी समय में हमारी राइट आँखों को मासूम बच्चे नहीं दिख रहें थे वो सिर्फ हमास के रॉकेट देख पा रहा था | उस समय लेफ्ट दिल और दिमाग में दर्द ज्यादा हो रहा था |
हैं ना मजेदार फैन फैक्ट | तो ऐसे ही मजेदार फन फैक्ट को जानने के लिए अपनी राइट और लेफ्ट आँखों को सही फ्रीक्वेंसी पर ट्यून करे और हमसे आज जुड़े रहें |
फन फैक्ट 2
आप बैंक में हैं वहां डकैत घुस जाते हैं | प्राइवेट सक्युरेटी वाले भाग जाते हैं बैंक का कायर चौकीदार आत्मसमर्पण कर देता हैं | डकैत कहता हैं अपना रूपया पैसा हमारे हवाले करो | आप उसका विरोध नहीं करते और अपना या बैंक का पैसा उसको दे देते हैं अपनी मर्जी से तो वास्तव में ये डकैती नहीं हैं | असल में आपने डकैतों का सहयोग किया हैं क्योकि आप चाहते थे कि डैकत आये और डकैती हो | इसकी निशानी हैं कि आपने विरोध नहीं किया | क्या कहा डकैत के हाथ में हथियार था और आप डर कर चुप थे |
एक बार आप अपना लेफ्ट दिमाग बंद कीजिये फिर ना आपको बंदूक दिखेगी ना हथियार ना उनका डर | सबकुछ शांति और अच्छे से होते दिखेगा जैसे अब लेफ्टियों और कुछ ख़ास लोगों को अफगानिस्तान में तालिबान का आना वहां के लोगों की अपनी मर्जी लग रहा हैं | उनके हिसाब से लोग विरोध में नारे नहीं लगा रहें हैं तो ये आम लोगों द्वारा उनका स्वागत करना हैं |
उन्हें निहत्थे लोग और हथियारबंद तालिबान नहीं दिख रहें हैं | उन्हें ये नहीं दिख रहा कि जब आपकी सुरक्षा में लगे लोग भाग जाये या अपने हथियार रख आत्मसमर्पण कर दे तो निहत्थे लोगों का चुप रहना मर्जी नहीं मजबुरी और डर होता हैं | जब लोग तालिबान का क्रूर चेहरा पहले देख चुके हैं तो घर में बंद रहना या एयरपोर्ट में जबरजस्ती घुस कर किसी भी हवाई जहाज में जबरजस्ती बैठ कर वहां से भाग जाना चाहेंगे ना कि विरोध में मरने के लिए नारे लगायेंगे | विरोध की उम्मीद उन आमलोगों से क्या करे जहाँ की सेना पुलिस ही कायर निकले |
फन फैक्ट 3
कुछ मजेदार चुटकुले हँस हँस के पेट दुःख जाये तो मेरी गलती नहीं |
1 - ट्रंप खुद मजाक के पात्र थे जाते जाते दक्षिण एशिया को पिछले एक दशक का सबसे मजेदार हिलेरियस शब्द दे गये -----गुड तालिबान
2 - अफगानिस्तान के राष्ट्रपति गनी भी कम नहीं , भागने से पहले अपने देश को एक चुटकुला सुना कर गए कि वो जनता की जान बचाने के लिए भाग रहें हैं और अब जनता की सुरक्षा तालिबान की जिम्मेदारी हैं | ये सुन कर अभी भी वहां के लोगों की हँसी नहीं रुक रही |
3 - लोग कितने अंधविश्वासी होते हैं वो संयुक्त राष्ट्र जैसी चीजों के होने पर विश्वास करते हैं |
4 -जिन्हे कल तक भारत में सरकार विरोधी आंदोलनों में लोगों की चुप्पी से परेशानी थी | जो लोगों को बोल रहें थे कि आज चुप रहें तो कल तुम्हारी बारी होगी उन्हें अब परेशानी हैं कि लोग तालिबान पर क्यों बोल रहें हैं |
5 - जिन्हे कल तक भारत के किसान आंदोलन पर रेहाना , मिया खलीफा , ग्रेटा थनबर्ग के टिप्पणी से कोई समस्या नहीं थी अब उन्हें समस्या हैं कि भारत के लोग अंतराष्ट्रीय मामले में क्यों बोल रहें हैं |
6 -कल तक जो पानी पी पी के मुसलमानो को बस उनके मुस्लिम होने के कारण भर से गलियां दिये जा रहें थे वो बचारे आज अचानक अफगानी मुस्लिमो के सगे बन कर उनकी चिंता में दुबले हुए जा रहें हैं |
7 -ये वाला सबसे मजेदार हैं | तालिबानी प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने बीबीसी के रिपोर्टर से कहा कि महिलाओं के बिना पिता भाई या पति के साथ अकेले घर से निकलने पर धार्मिक पुलिस द्वारा ना पहले के तालिबान राज में पीटा गया और ना आगे पीटा जायेगा |
बहुत सारे फनी चुटकुलों की बारिश हो रही हैं चारो तरफ से और मजेदार चुटकुलों के लिए हमसे जुड़े रहें |
जी , जुड़े हुए हैं ........ फन फैक्टर मजेदार है ...
ReplyDelete