March 21, 2017

एक यात्रा वृतांत ऐसा भी ------mangopeople


                                                         क्या आप जानते है केवल घुप और पानी से आप अपने बढे वजन को भी नियंत्रित कर सकती है और वो भी खूब खा पी के मौज उड़ाते हुए । इस वजन घटाओ कार्यक्रम का नाम है घुमक्कड़ी , देश में कही भी घूम फिर कर । सबसे पहले वजन घटाने के लिए मन का खुश होना जरुरी है , इसलिए किसी अच्छी सुन्दर जगह का चुनाव करे जहा आप को अच्छी धुप और पानी प्रसन्न रखे , गोवा उनमे सबसे उत्तम है । सुबह सुबह ही समंदर के किनारे पहुँच जाये नाश्ता करते ही पानी की लहरो में कूद जाये ढेर सारे वॉटर स्पोर्ट का आनंद ले, जम कर वही लंच करे फिर पानी से अपने शैतान बच्चो को निकालने की मस्कत में दो और घंटे पानी में पड़े रहे । दोपहर बिताने पर होटल पर पहुंचे और फिर स्विमिंग पुल में कूद जाये एक घंटे वहां मस्ती करे और फिर आधे घंटे बच्चो को वहा से निकालने का उपक्रम करते छोटे पूल और बड़े पूल के बीच दौड़ते रहे । फिर आधे घंटे और सॉवर ले और थक कर सो जाए दो घंटे बाद सज धज बीच पर पहुँच जाये और डीजे सीजे पर बीच पार्टी में घंटो नाचते रहे जब तक घुटने खड़े रखने से इंकार न कर दे । किसी बोरिंग गाने पर जैसे ही आप थक कर बैठेंगे अगला गाना आप का फेवरेट वाला बजेगा और बिन दाए बाये देखे फिर शुरू हो जाये फिर जम कर डिनर करे पास्ता, पिज्जा, भारतीय या कॉन्टिनेंटल जो चाहे खाये  , इस वजन घटाओ कार्यक्रम का यही तो फायदा है खाने पर कोई रोक टोक नहीं है।


                                                         यही धुप और पानी का कार्यक्रम अगले चार दिन करे कभी स्कूबा डाइविंग के नाम पर, कभी गहरे समंदर में लाइफ जैकेट पहन कर तैरने के नाम कर , कभी अलग अलग बीच की सुंदरता के नाम पर कभी रेत में महल बनाने के नाम पर, तो कभी रेत में गले तक किसी अपने को गाड़ देने के नाम पर । पांचवे दिन आप को लगे की इससे ज्यादा भींगे तो अंकुरित हो जायेंगे अब , तो पांचवे दिन पानी को छोड़ दे और घुप का मजा ले । साथ आये लोगो की मांग पर किसी तथाकथित फोर्ट को देखने चले जाये । उसकी मुश्किल सी चढ़ाई और बन रहे रास्तो पर खीजते हुए जब वहा पहुंचे और फोर्ट के नाम पर खालिस पत्थर की दीवारों को देख साथ आये लोग गुस्से में उसे फोर्ट कहने वाले को भलाबुरा कहे तो वहां  लिखी सूचना को दर किनारा कर अपना ऐतिहासिक ज्ञान बघारे कि ये पुर्तगाली राजस्थान से गुजर रहे थे बाहर से एक किला देखा अच्छा लगा लेकिन अंदर जाने को नहीं मिला तो उन्हें लगा पत्थर की दीवारे ही फोर्ट होती है और अक्लमंदों ने उसे ही बना कर फोर्ट घोषित कर दिया । वहाँ से निकले तो पास ही सुन्दर सा शानदार सा बंगला दिखे तो रुक जाये उसे अपना समझे क्योकि मालिक बैंक से आप के ही पैसे ले कर फरार है । बंगले में आप की भी हिस्सेदारी निकलेगी , अपने बंगले के आगे खड़े हो कर दो चार फोटो जरूर खिंचवाए , एक आधा दर दरवाजे के आप भी मालिक निकलेंगे । दूसरे फोर्ट में जा कर भी आप धोखा ही खायेंगे।  फोर्ट के नाम पर लाईट हाऊस देख आयेंगे ।
                                                         गोवा में पानी रेत साथ आप खुली सड़क पर बिना किसी ट्रैफिक  टेंशन के गाड़ी चलाने और लाँग ड्राइव का भी मजा ले सकते है । वहाँ की जो प्राकृतिक सुंदरता है उसके सही से मज़ा लेने के लिए आप चार की जगह दो पहिये का ही प्रयोग करे और कोई भी अरमान हो उन्हें छोड़े नहीं । यदि आप टुच्ची से स्कूटी पर जा रहे हो और आप को अपने पसंद की हार्ली डविंशन न मिली हो चला के फोटो खीचाने के लिए और तभी सामने से शानदार बाइक गैंग निकले जिसमे १५-२० शानदार बाइक्स हो तो मेरी तरह न शरमाये और न बाद में पछताये उन्हें रोक कर उन्ही की बाइक चला कर अपनी तमन्नाये पूरी करे फोटो शोटो खिचाये और ऍफ़ बी पर लगा के भाव खाये ।


चेतावनी :- १- किसी फिल्म में किसी फोर्ट को सुंदर दिखने पर मुंह उठाये न चले आये फिल्मो में धोबी घाट भी अच्छा दिखता है ।
२ - टैनिंग की चिंता से मुक्त हो और ५ दिन बाद चितकबरे दिखने से परहेज न हो तो आराम से गोवा के माहौल के अनुसार छोटे कपडे पहने । 
३ - यदि आप के साथ कोमलांगनिया भी तो तो उन्हें बुरकिनी पहनाये , वरना बेचारे पांचवे दिन सन बर्न से परेशान होंगे और कुछ दिन बाद केचुलिया छोड़ने लगेंगे ।
 ४- किसी भी आम भारतीय धुप से बचाव वाले क्रीम के भरोसे न रहे । 
५- छठे दिन वजन की मशीन पर चढ़ते हुए कपड़ो में भरे ३ - ४ किलो रेत को निकाल कर वजन करे और सिर्फ ५ दिन में ३ किलो कम वजन को देख कुछ महीनो से दौड़ने , टहलने , कसरत और कम खाने वाली तकनीक को जम कर गरियाए और जल्द ही एक बार फिर गोवा आने का वादा करे ।