October 05, 2016

अ सर्जिकल स्ट्राइक टोल्ड बट अनवॉच स्टोरी


 रिक्रिएट :- कई बार पुलिस सबूतों के लिए या घटना की सभी कड़ी को ठीक से जोड़ने के लिए घटना ,एनकाउंटर, अपराध आदि को फिर से वैसे ही दुबारा उसी घटना स्थल पर फिर से करती है जैसे वास्तव में हुआ था ।
मेडिकल टूरिजम :- घूमने फिरने के लिए यात्री हमारे देश आते रहते है किन्तु करीब एक दसक से ज्यादा भारत में लोग अपना ईलाज करने भी भारत आते रहे है ।
                                       जिन जिन लोगो को सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत चाहिए सेना को उन सभी को सीमा पर ले जा कर और सीमा के उस पर भेज कर वापस से उन सभी चीजो को वैसे ही रिक्रिएट करके सबूत दे देने चाहिए । जिन्होंने लोगो को खूब स्टिंग करने का प्रवचन दिया है वो अपने साथ अपना स्टिंग कैमरा भी ले जा सकते है , और और पाकिस्तान क्या दुनिया को सबूत दिखा कर जितना चाहे पोलिटिकल माइलेज ले सकते है ।


                                     हमने देर कर दी किन्तु पाकिस्तान ने सर्जिकल स्ट्राइक टूरिजम शुरू भी कर दिया और देश विदेश के पत्रकारों को टूर भी करा दिया , जबकि सारा काम किया हमने था । किन्तु अभी भी देर नहीं हुई है , हम भी वहा जा कर अपनी आँखों से सब कुछ देखने की इच्छा रखने वालो के लिए ये एक एडवेंचर टूर शुरू कर सकते है और वहाँ की सैर करा सकते है खासकर आतंकी कैम्पो की और उनकी ट्रेनिग की और टी एस दराल जी के अनुसार कुछ दिन "पाकिस्तानी और आतंकी हॉस्पिटेलिटी " का आन्नद लेने का मौका दे सकते है । चाहे तो पूरा पैकेज दे सकते है पहले आने वालो को अगली बार किसी सर्जिकल स्ट्राइक या एनकाउंटर मुठभेड़ में उन्हें साथ ले जाया जायेगा , ताकि वो सब कुछ न केवल लाइफ देख सके बल्कि उसमे साथ में सहयोग भी कर सकते है ।

                                                   किसी फिल्म डायरेक्टर को कम्प्लेमेंट्री टूर दे सकते है जिससे वो बाद में एक फिल्म बना सके "अ सर्जिकल स्ट्राइक टोल्ड बट अनवॉच स्टोरी " ताकि बाकि लोग जो वहाँ न जा सके क्योकि वो सबूत मांगने वालो जैसे महान बहादुर न थे और वहाँ जा कर कुछ देखने की हिम्मत नहीं कर सके , वो उसके नाटकीय रूप को देख खुश हो सके ।

2 comments:

  1. अपने चरण बताइये आप... स्पर्श करने की अनुमति भी प्रदान करें. :)
    मगर उन सत्यवादी और ईमानदार प्राणी के तरकश में ढीठाई के ऐसे अनेक वाण हैं.
    ये शुरू से ही कमीना है कि कमीनेपन का कोई कोर्स किया है!

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  2. आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 6-10-16 को चर्चा मंच पर चर्चा - 2487 में दिया जाएगा
    धन्यवाद

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