चमेलिया जी फोन पर अपनी सहेली से बात कर रही थी " आज कल ये मुर्गी बड़ा परेशान करने लगी है सुबह पांच बजे ही बांग दे कर उठा देती है और वो बिल्ली तो हफ्ते भर से यही आकर बैठी है रोज दूध का मलाई चट कर जाती है| आज कल कबूतर के लिए नई कबूतरी खोजी जा रहा है मैंने अपनी शोपिंग फिट करना शुरू कर दिया है |"
बेचारा घिसु ये सब सुन कर अपना सर खुजाये जा रहा था उसके पल्ले कुछ भी नहीं पड़ रहा था वो सोचने में लगा था की हमारे तो आस पास कोई मुर्गी रहती है नहीं तो बाग क्या देगी और ये बिल्ली कबूतर कबूतरी कहा से आ गई चमेलिया जी हमें तो कुछ बताती नहीं है और पूरे मोहल्ले को सारी बात पता रहती है | चमेलिया जी ने जैसे ही फोन रखा घिसु ने दे दना दन सवाल ठोक दिये
" चमेलिया जी ये मुर्गी कहा से आ गई और ये बिल्ली कबूतरी कौन है और ये शोपिंग फिट करना का होता है "
"मुर्गी है आप की अम्मा " चमेलिया जी ने बड़े आराम से जवाब दिया |
" अरे भाई ऐसे गुस्सा काहे होती हो सीधा सा सवाल किया था उलटा जवाब काहे दे रही है " घिसु ने कहा |
" अरे मै उलटा जवाब नहीं दे रही हु सच कहा रही हु मुर्गी का मतलब आप की अम्मा बिल्ली आपकी बड़ी बहन और कबूतर आप का छोटा भाई है " चमेलिया जी ने मुस्कराते हुए जवाब दिया |
" अरे मै तो अब भी नहीं समझा थोडा खुल कर बताओ "
" जानती हु जब तक सब कुछ विस्तार में ना बताऊ तुम्हारे भेजे के रेंज में कुछ भी नहीं आने वाला है इ सब कोड भाषा है सब बात कोड में कर रही थी की तुम्हारी अम्मा रोज हमको सुबह पांच बजे ही उठा देती है और तुम्हारी बहन ससुराल से आ कर हफ्तेभर से यही पड़ी है और रोज रोज कुछ ना कुछ स्पेशल खाने की मांग करके तुम्हारी ऊपरी कमाई जो नाम मात्र का है उसे भी खा जा रही है |"
ये सुनते ही घिसु सर पकड़ कर बैठ गया " पर आप लोग ऐसी कौन सी जरुरत आन पड़ी कोड भाषा में बात करने की "
" अरे कोड भाषा में बात ना करे तो का करे जो हमारे PM मन्नू जी भी कह रहे है की जब बात देश की सुरक्षा विकास की हो तो किसी का भी फोन टेप हो सकता है सोचो कल को हमारा फोन टेप हो गया और फिर लिक हो गया तो हमारी का इज्जत रह जाएगी ससुराल में "
घिसु बस पलकें झपकते चमेलिया जी को देखा जा रहा था |
" सोचो कल को टेप लिक हो गया और अम्मा जी को पता चल गया की मै उनकी सब से इतनी बुराई करती हु तो कल का पता चला की ये मकान जमीं जायदाद आप के छोटे भाई के नाम कर दिया और और आप की बहन अपने नए बिजनेस में जो आप को साझेदार बनाने वाली थी वो ना बनाये तो | इसलिए अब पूरी सावधानी बरत रही हु सोच समझ कर बात करती हु फोन पर | का पता कब हमारा फोन टेप हो जाये | मेरी मानो तो आप भी कोड में ही बात किया करो देखती हु आज कल बड़े खुल कर अपने दोस्तों से अपने बॉस की बुराई बतियातो हो फोन पर किसी दिन टेप हो कर लिक हो गया ना तो दूसरे दिन नौकरी जाएगी याद रखना " चमेलिया जी ने अपनी सारी समझदारी उलट दी और उनकी ये समझदारी देखा घिसु नतमस्तक हुआ जा रहा था
"वाह चमेलिया जी क्या बात कही है अच्छा हुआ आप ने हमें अभी से सावधान कर दिया नहीं तो हम बड़ी भारी गलती कर रहे थे | का पता कब कौन दुश्मन हमें देश का दुश्मन कह कर सरकार को हमारे बारे में टिप दे दे और हमारे फोन की टेपिंग चालू | इ तो बड़ा खतरनाक ही जी अब तो फोन पर बात करने से ही डर लगने लगा है "
चमेलिया जी हँसने लगी बोली " तुम क्या अब तो मोबाईल फोन के मालिक लोग भी फोन को टाटा कर दिए है | बोलो क्या जमाना आ गया है सभी को फोन बेचने वाला सभी को फोन पर और ज्यादा बात की सलाह देने वाला खुद अब फोन पर बात करने से तौबा कर लिया है | "
" पर इ बताओ की कबूतर कबूतरी और शोपिंग फिट का का मतलब है " घिसु ने नए सवाल सुरु किये |
" अरे इ में का मुश्किल है कबूतर आप का छोटा भाई है जिसके लिए लड़किया खोजी जा रही है और मै अपने ममेरी बहन के लिए लाबिंग कर रही हु "
" लो जी अब शादियों के लिए भी लौबिंग होने लगी है " घिसु ने अपनी आँखे बड़ी करते हुए पूछा |
" लो जी दुनिया का कौन सा काम है जो बिना लौबिंग के हुआ है | अरे बड़े खेलो का आयोजन पाना हो या यु एन में वोटिंग करना हो सब लाबिंग के बल पर होता है नहीं तो आप को का लगा की अमेरिका आप का ससुर है जो अपने नियम कायदे बदल कर आप के साथ परमाणु समझौता कर रहा है अमेरिका और अंग्रजो के देश की जगह फुटबाल अब रूस में होगा इ कामनवेल्थ का ऐसे ही मिल गया पता करो इ खेल हमको देने वालो की वेल्थ कितनी बढ़ी | अरे दुनिया में कोई शादी भी बिना लौबिंग के नहीं होता है | अब आप की बहन है लगी है अपनी फुफेरी ननद का रिश्ता अपने भाई से जोड़ने में और मै चाहती हु की शादी मेरी ममेरी बहन से हो जाये दोनों लगे है अपनी अपनी लडकियों की खुबिया बताने में और एक दूसरे की लड़कियों की खोट बताने में "
" पर एक बात बताओ की इसमे तुन दोनों को का फर्क पड़ेगा जिससे होना होगा हो जायेगा |"
" ल जी हम दोनों को का फर्क पड़ेगा आप को का लगता है की हम लोगों ने शादी ब्याह करने का केंद्र खोल रखा है जो यु ही शादी करा रहे है | अरे आप के बहन के फुफेरे ससुर रेलवे में बड़े आफिसर है और देवर आई ए एस आफिसर आप को का लगता है आप के जीजा जी को सारा ठेका ऐसे ही मिल जाता है का ,ऊ चाहती है की एक बार उनकी लड़की यहाँ आ जाएगी तो ये ठेके सारे जीवन उन्हें ही मिलते रहेंगे "
"बाप रे ई आसामी तो बहुत बड़ा है आप की लड़की यहाँ तो ना चल पायेगी चमेलिया जी "
" अरे तो हमारे मामा को का ऐसा वैसा समझा है का, बड़का नेता है विधायक है जल्द ही मंत्री भी बन जायेंगे आप के बहन के फुफेरे ससुर और देवर जैसे दस अधिकारी जेब में ले कर घुमते है | ई अधिकारी लोग तो खुदे उंनके आगे पीछे दौड़ते है | एक बार उनकी लड़की की शादी आप के भाई से हो जाये तो फिर देखिये कैसे धका धक हमारे भाई को हर चीज का लाइसेंस मिलता है और काफी दिन से मामा के एक बिजनेस में पिता जी साझेदार बनना चाह रहे थे इ बिया होते ही साझेदारी पक्की समझो "
" एक बात पुछू चमेलिया जी आप दोनों तो अपने अपने फायदे के लिए लाबिंग में लगी है पर हमारे भाई के बारे में कुछ सोचियेगा "
" देखिये जी इसमे केवल हमारा ही फायदा थोड़े ही है अरे जिससे सबसे ज्यादा दान दहेज़ रुतबा आप की माता जी को मिलेगा वो उसी के पक्ष में फैसला देंगी रही बात आप के भाई की तो अब उसके बारे में का सोचे उसके किस्मत में तो चुपचाप शहीद होना लिखा है तो वो होगा ही का फर्क पड़ता है की हम करे या आप की बहन करे |"
ई चमेलिया जी तो नीरा राडिया की कौनो बहन-भाभी लगती हैं।
ReplyDeleteएकदम नक्शे-कदम पर चल रही हैं।
बेचारा घिसु!
अंतिम पंक्ति में तो कहर ही ढा गईं ब्यूरो चीफ़ - शहीद तो होना ही है, का फर्क पड़ता है की हम करे या आप की बहन करे |
अंशुमाला जी, एकदम प्रवाहमयी लेखन है- कायल हो गये हैं जी हम।
सही है ..ये टैपिंग,लॉबिंग सब घर घर के शब्द बन ही गए हैं ..
ReplyDeleteबहुत अच्छा लगा आपका आलेख व्यंग के तडके के साथ.
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ReplyDelete.
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हा हा हा हा,
ई नीरा राडिया जी 'चमेलिया' जी से सीखी चेली लगती हैं हमको तो... ;)
...
आप का लेख पढ कर हमे भी अकल आ गई( पहले कोन सा भेंस चराने गई थी)अब हम भी कोड भाषा मे ही बात करेगे जी, धन्यवाद हमे बचाने का:)ओर हा चमेलिया जी को भी हमारा धन्यवाद बोलियेगा
ReplyDeleteफोन तो टैप होने से बच भी जाए , पर आपके इस लिखित सबूत का क्या, मन्नू साहब तक खबर पहुच गयी तो खैर नहीं ब्लॉग की ;)
ReplyDeleteरोचक शैली, लिखते रहिये ....
ReplyDeleteबेहतरीन पोस्ट लेखन के लिए बधाई !
आशा है कि अपने सार्थक लेखन से, आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।
आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है - पधारें - विजय दिवस पर विशेष - सोच बदलने से मिलेगी सफलता,चीन भारत के लिये कितना अपनापन रखता है इस विषय पर ब्लाग जगत मौन रहा - ब्लॉग 4 वार्ता - शिवम् मिश्रा
आपकी कोड भाषा तो गजब की है, एक साइट पर कक्षाएं चला दो जी। हम सब सीख लेंगे, जिससे कोई कठिनाई नही आए। बहुत ही सशक्त व्यंग्य।
ReplyDeleteहाय रे घिसू तरस आता है तुम पर.यार अखबार शखबार भी पढते हो कि नहीं?चमेलिया जी जैसी बीवी न हो तो क्या हो तुम्हारा.टैम बहुत खराब चल रहा है ऐसे भोलेपन से क्या फायदा ? ऐसे टाईम पर तो पुतले भी बोलने लगते है (हमारे मन्नू जी को ही देख लो)लेकिन हम उनकी ईमानदारी से इतना परेशान नहीं हुऐ जितना तुम्हारे भोलेपन से मगर कोई बात नहीं धीरे धीरे सब सीख जाओगे.
ReplyDelete@अंशुमाला जी,
बात सही है अजित जी की भी आपको तो कक्षाऐं लगा लेनी चाहिये .बहुत अच्छा व्यंग्य पर एक बात चमेलिया जी से पूछकर हमें जरूर बतायें घिसू जी शुरू से ही ऐसे थे या.....
एक बार फिर से अच्छा व्यंग.
ReplyDeleteचमेलिया जी का तो क्या कहे पर आपके व्यंग लेखन का जवाब नही।
ReplyDelete@ संजय जी
ReplyDeleteअरे नीरा राडिया तो इन्ही की शिश्य थी सब इन्ही का सिखाया पढाया है और घिसु बेचारा थोड़ी है देखिये कितनी समझदार पत्नी पाया है |
असल में वो कबूतर तो हम लोग है आम जनता जिसको हर हाल में शहीद होना है जिनके हाथो में हमारी भलाई का काम है वो सब के सब लगे है अपना भला करने में |
@ शिखा जी
बिल्कुल सही कहा एकता कपूर के धारावाहिक देखिये ये सब वहा होता है |
@ प्रवीण जी
बिल्कुल सही पहचाना आप ने |
@ राज भाटिया जी
जी बिल्कुल बोल देंगे चमेलिया जी से की उनकी समझदारी ने कइयो को सावधान कर दिया |
@ मजाल जी
इसी लिए तो चमेलिया जी का कोई अता पता नहीं दिया है मुन्नी शीला की तरह ना जाने कितनी चमेलिया देश में है |
@ शिवम जी
धन्यवाद की पोस्ट को वार्ता में शामिल किया |
@ अजित जी
आप ने तो बहुत अच्छा काम बताया अभी चमेलिया जी तक खबर पंहुचा देते है ई तो बढ़िया घर बैठे साइड बिजनेस हो जायेगा | आज साईट खोलेंगी कल को यूनिवर्सिटी बन जायेगा उनका |
@ राजन जी
जब घर में चमेलिया जी जैसी इतनी बड़ी पत्रकार मौजूद हो सब खबर देने के लिए तो अख़बार की क्या जरुरत है | पुतले तो बस लिखा हुआ बोलना भर जानते है और घिसु के बारे में तो चमेलिया जी नहीं घिसु का अम्मा ही बतायेंगी |
@ दीप जी और दीपक जी
आप दोनों का धन्यवाद |
मजेदार व्यंग्य है....ये चमेलिया जी तो बड़ी स्मार्ट निकली..एकदम से कोड भाषा इजाद कर ली....कालांतर में सबको जरूरत पड़ने वाली है.
ReplyDeleteबहुत ही सशक्त व्यंग्य, आपके व्यंग लेखन का जवाब नही
ReplyDeleteचमेलिया जी मेरा मतलब है अंशु जी यह रहस्य लीक करने के लिए धन्यवाद।
ReplyDeleteहाहहाहा...
ReplyDeleteचमेलिया जी तो छा गयीं.....
मजा आ गया..
ब्लॉगिंग: ये रोग बड़ा है जालिम
badiya lekhan ke liye badhai savikar karein..
ReplyDeletemere blog par bhi kabhi aaiye
Lyrics Mantra