July 30, 2022

ऑनलाइन वर्क के अपने मजे थे

जब कोरोना की वजह से दुनियाभर  मे लाॅकडाउन  लगा था तो ये कंपनियों के लिए  भी कम मुसीबत  नही था । बहुत सारी कंपनियों के कुछ काम लॉकडाउन में  सिर्फ घर बैठे  नहीं हो सकता था  या बहुत कम काम होता था  | तो ऐसे समय में कंपनियां बैठे कर्मचारियों के लिए ऑन लाइन  ट्रेनिंग सेशन , वेबिनार आदि इत्यादि करवा रही थी  |

इसमें विशेषज्ञों को भी बुलाया जाता है |  कंपनी समय , पैसा आदि खर्च करती हैं कि जब काम शुरू हो तो कर्मचारी ऊर्जा से भरे   और अच्छे से ट्रेंड रहें अपने काम को समझे | लेकिन वास्तव में  होता कुछ  और था | 

एई दिन पतिदेव के ऑफिस में भी  जूनियर के लिए ट्रेनिंग सेशन था ऑनलाइन | ट्रेनिंग देने वाली लड़की बंगलौर की कन्नड़ उसकी हिंदी अच्छी नहीं और इधर जूनियर की अंग्रेजी अच्छी नहीं | तो पतिदेव भी अपनी इच्छा से अक्सर उस ट्रेनिंग से जुड़े रहते हैं ताकि कुछ समझ ना आये तो उन्हें बाद में  बता सके अपनी टीम को  | 


एकदिन ऐसे ही मीटिंग में पतिदेव जुड़े थे , कैमरा उनका बंद ही रहता हैं | मुझे पहले ही कह दिया की   ढाई तीन घंटे डिस्टर्ब नहीं करना मुझे  | हम भी सामने  सोफे पर अपने लैपटॉप लिए धंसे थे | घंटे भर बाद जब पतिदेव पर नजर गयी तो वो बड़े आराम से पीछे दिवार पे सर  टिकाये   कान में कनखजूरा ठुसे  आँख बंद कर कुर्सी पर पड़े हैं   | 


पहले लगा आँख बंद करके सुन रहें होंगे लेकिन जब मेरे उठने पर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं हुयी तो समझ आया ये तो सो गए हैं | हमने चुपके से बिटिया को बुलाया और उनके इस हालत में फोटो खिचवाई ,  वीडियों भी बनवाया  वरना  तो  आँख खोलते कहेंगे कि सो नहीं रहा था आँख बंद करके सुन रहा था | 


इतनी गहरी नींद में  थे कि बिटिया ने आवाज दी फिर भी नींद नहीं खुला फिर उन्हें हिलाडुला कर जगाया गया | तब से   जैसे ही वो ऐसे किसी मीटिंग  में  आँख बंद कर सुनते हम तकिया थमा देतें  कि डिस्टर्ब नहीं करेंगे आराम से सो लो काहें मीटिंग का बहाना मार रहे हो | साथ में ये वाला गाना भी गाते " मैं गाऊं तुम सो जाओ सुख सपने में खो जाओ ------

#फ्रॉम_होमवर्क 

1 comment:

  1. 😄😄 वर्क फ्रॉम होम के और भी बहुत फायदे होते हैं । कैमरा ऑफ था वरना तो .....

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