रिपोर्टर :- आज हम आप को मिलवाते है एक ऐसे व्यक्ति से जो आमो की नई नई किस्मे बनाने के लिए मशहूर है , आज उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के नाम का एक नये किस्म को बनाया है । हा जी तो बताइये इस आम का स्वाद कैसा है ।
आम विशेषज्ञ :- यह एक बहुत खास तरह का आम है , इस आम की रंगत को देखिये वही आप को सबसे खास दिखेगी ये दो रंगों में रंग हुआ है ऊपर का हिस्सा आप को हरा दिखेगा और निचे का आप देख सकते है ये पिला है और इसकी खुशबू का तो कहना ही क्या, पका हुआ क्या कच्चा भी होगा तो दूर तक इसकी खुशबू जाएगी -------
रिपोर्टर बीच में टोकते हुए :- जी अच्छी बात है इस आम का स्वाद कैसा है ।
आम विशेषज्ञ :- जी हा जी है वही बता रहा हु अब जरा इस आम के आकार को देखिये , लंगड़े की तरह नोकीला दशहरी की तरह लंबा -----
रिपोर्टर :- जी जी ठीक है ठीक है इसका स्वाद -----
आम विशेषज्ञ :- और आप को एक सबसे खास बात बताऊ की इसका छिलका देखिये इतना पतला और अंदर बिना रेशे वाला गुदा , मतलब आदमी देखते ही खरीदने के लिए आतुर हो जायेगा ।
रिपोर्टर:- जी देखिये हमारे पास समय कम है तो ये बताइये इसका स्वाद कैसा है ।
आम विशेषज्ञ :- जी वो को कोई खास नहीं है ।
रिपोर्टर:- क्या मतलब ।
आम विशेषज्ञ :- अब आप को क्या लगा इसका नाम मोदी क्यों रखा है ।
हडबडाया रिपोर्टर:-जी जी समझ गया तो आप ने देखा लिया मोदी आम अब दर्शको से विदा ले.--------- एक मिनट ठहरिये । मैं दर्शको को दिखाना चाहता हूँ एक बहुत है खास आम मुझे यहा मेज पर रखा दिख रहा है । रिपोर्टर आम विशेषज्ञ को किनारे हटाते हुए आगे बढ़ जाता है । ये देखिये ये एक खास आम यहाँ रखा है इसकी खुशबू ही इतने तेज है की मैं तो खीचा चला आया इसके पास इसकी रंगत तो देखिये हल्का पीलापन लिए कितना सुन्दर आम है तो मैंने आज तक नहीं देखा , बिलकुल लाजवाब आम दिख रहा है ये , मैं कहता हु की ये आम बाजार में आया तो तहलका मच जायेगा । ये कहते हुए उसने आम को हाथ में उठा लिया ।
तभी आम विशेषज्ञ लपक कर उससे आम लेकर मेज पर रख देता है ।
रिपोर्टर :- इस खास आम को आप ने कहा छुपा रखा था और इसको आप ने क्या नाम दिया है ।
आम विशेषज्ञ :- जी ये ऐसा ही आम मैंने बनाया है की मिडिया वाले और लोग देखते है खुद बा खुद इसकी तारीफ करने लग जायेंगे । ये उन लोगो के लिए है जो दुनिया को दिखाना चाहते है की उनके घर में भी अच्छी किस्म का आम है , इसे मैंने राहुल नाम दिया है ।
रिपोर्टर :- लेकिन एक बात बताइये जब मैंने इसे उठाया तो ये काफी हल्का था । ये इतना हल्का क्यों है ।
आम विषयज्ञ :- क्योकि ये सिर्फ दिखाने के लिए है खाने के लिए नहीं , ये प्लास्टिक का है , इसे मैंने रंग कर आम की खुशबू का सेंट डाला है ।
सकपकाया सा रिपोर्टर बात संभालने की कोशिश करने लगा । अच्छा ये बताइये आप ने देश के बड़े बड़े नेताओ के नाम कर आम की किस्मे ईजाद की है , एक और नेता आज कल देश में बहुत प्रसिद्द है । केजरीवाल जी उनके नाम का कोई आम ईजाद नहीं किया है , क्या बाद में करेंगे ।
आम विशेषज्ञ ने मुंह बिचकाते हुए कहा भाई साहब मैं आम की किस्मे बनाता हु "रायते" का नहीं ;)
नोट :- तकनीकि समस्या के कारण किसी और के ब्लॉग और स्वयं के ब्लॉग पर भी टिपण्णी नहीं कर पा रही हूँ । इन दो सालो में तकनीक में कुछ फेर बदल हुआ है , क्या गूगल प्लस आदि पर भी अकाउंट बनाना होगा ।