" क्या कहा डॉक्टर ने "
" कहूँगी तो तुम विश्वास करने वाले नहीं हो , तो कहने से क्या फायदा "
" ऐसा क्या कह दिया उसने "
" कहा हैं अभी बुढ़ापा नहीं आया हैं तुम्हारा , ये क्या हर समय बुर्के में रहती हो | थोड़े सॉर्ट्स पहनो , बैकलेस पहनो , बाहर घूमो फिरो क्या घर में पड़ी रहती हो | ऐसे घर में रहोगी तो फंगस लग जायेगा "
" अच्छा डॉक्टर ने ऐसा कहा "
" और क्या , उसने तो मुझे सदा सेक्सी रहो का आशीर्वाद भी दिया हैं "
" हो गई तुम्हारी बकवासगिरी "
" बकवासगिरि नहीं हैं ये , फटाफट मेरी गोवा की टिकट कटाओ , वहां जा कर आराम से सनबाथ लूंगी "
" अच्छा समझा , विटामिन डी की कमी हैं "
" मेरे साथ रहते रहते स्मार्ट होते जा रहे हो "
" दवा क्या दी हैं | देखो जरा गूगल पर किस किस चीज में विटामिन डी मिलता हैं "
" मैंने मना कर दिया उस दवा को और खाने को "
" क्यों "
" क्यों का क्या मतलब , उसे खा कर अपना धरम भ्रष्ट करूँ | बोला हैं एक ख़ास मछली में ही विटामिन डी मिलता हैं या तो मछली खाओ या उसका निकला तेल पियों | बताओ , उससे अच्छा तो मैं गोवा जा कर -----"
" तुम्हे धुप ही सेकना हैं ना मै इंतजाम कर देता हूँ | तुम्हारे घर का टिकट कटा देता हूँ तुम्हारा ठंडी का , छत पर जा कर खूब धुप सेकना वहां और छुट्टियां भी मना लेना | एकदम तबियत ठीक हो जाएगी तुम्हारी "
" पता था मुझे मेरी ऐयासिया बर्दास्त ना होंगी तुम्हे , कुछ ना कुछ अड़ंगा लगाओगे ही "
" कहूँगी तो तुम विश्वास करने वाले नहीं हो , तो कहने से क्या फायदा "
" ऐसा क्या कह दिया उसने "
" कहा हैं अभी बुढ़ापा नहीं आया हैं तुम्हारा , ये क्या हर समय बुर्के में रहती हो | थोड़े सॉर्ट्स पहनो , बैकलेस पहनो , बाहर घूमो फिरो क्या घर में पड़ी रहती हो | ऐसे घर में रहोगी तो फंगस लग जायेगा "
" अच्छा डॉक्टर ने ऐसा कहा "
" और क्या , उसने तो मुझे सदा सेक्सी रहो का आशीर्वाद भी दिया हैं "
" हो गई तुम्हारी बकवासगिरी "
" बकवासगिरि नहीं हैं ये , फटाफट मेरी गोवा की टिकट कटाओ , वहां जा कर आराम से सनबाथ लूंगी "
" अच्छा समझा , विटामिन डी की कमी हैं "
" मेरे साथ रहते रहते स्मार्ट होते जा रहे हो "
" दवा क्या दी हैं | देखो जरा गूगल पर किस किस चीज में विटामिन डी मिलता हैं "
" मैंने मना कर दिया उस दवा को और खाने को "
" क्यों "
" क्यों का क्या मतलब , उसे खा कर अपना धरम भ्रष्ट करूँ | बोला हैं एक ख़ास मछली में ही विटामिन डी मिलता हैं या तो मछली खाओ या उसका निकला तेल पियों | बताओ , उससे अच्छा तो मैं गोवा जा कर -----"
" तुम्हे धुप ही सेकना हैं ना मै इंतजाम कर देता हूँ | तुम्हारे घर का टिकट कटा देता हूँ तुम्हारा ठंडी का , छत पर जा कर खूब धुप सेकना वहां और छुट्टियां भी मना लेना | एकदम तबियत ठीक हो जाएगी तुम्हारी "
" पता था मुझे मेरी ऐयासिया बर्दास्त ना होंगी तुम्हे , कुछ ना कुछ अड़ंगा लगाओगे ही "
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