बिटिया की करोना काल वाली दिवाली की छुट्टियों के समय स्कूल टीचर ने बच्चो से कहा कि दिवाली में आप लोग कुछ पकाइये ( अकेले या किसी की मदद से ) और उसकी फोटो क्लास ग्रुप पर डालिये |ये करना जरुरी नहीं था ,बस बच्चे कुछ एक्टिविटी करते रहें उसके लिए ही था | बहुत सारे बच्चे फोटो डालने लगे , किसी ने खुद से बनाया किसी ने मम्मी की मदद ली तो किसी ने मम्मी का बनाया ही दिखा दिया |
कुछ सयाने बच्चों ने गूगल से फोटो उठायी और ग्रुप पर भेज दिया | लेकिन कुछ उनसे भी ढेर सयाने बच्चो ने उसे तुरंत पकड़ लिया और उन बच्चो की खिचाई कर दी | लेकिन गलती करने वाले बच्चे मानने को तैयार नहीं , बोलते हैं हमने ही बनाया हैं | अब बाकि बच्चे जिद्द पर आ गए , कुछ ने गूगल का लिंक लगा दिया , कुछ ने पूरी फोटो लगा दी | एक ने तो ये भी पकड़ लिया ट्रे पकड़े हाथ तो किसी अंग्रेज टाइप गोर व्यक्ति की हैं तुम्हारे हाथ तो ऐसे है ही नहीं |
इन बच्चो को क्या कहूं मैंने तो यही फेसबुक पर ऐसा करते कुछ महिलाएँ को पकड़ा हैं | गूगल से फोटो उठा कर खूब उसे क्रॉप कर देतीं हैं , कभी कभी वही से रेसपी भी कॉपी कर पेस्ट कर देतीं हैं और बताती हैं मैंने बनाया | खाने की सजावट , फैंसी बर्तन , शानदार प्रोफेशनल फोटोग्राफी बता देती हैं कि फोटो गूगल से उड़ाया गया हैं | एक बार शिखा जी से बात हुयी थी तो बता रहीं थी खाने की अच्छी फोटो खींचना आसान नहीं हैं उसके लिए भी बड़ा टीमटाम लगता हैं | सोचिये रोज घर में खुद खाने के लिए खाना बनाने वाला ये सब कैसे करेगा |
एक बार तो मेरी इच्छा हुई पूछ लूँ आपके पास कितने तरह की क्रॉकरी हैं कि सैकड़ो पकवानो की फोटो में शायद ही कभी बर्तन रिपीट हुआ हो | यहाँ तक की जिस टेबल मेज पर उन्हें रखा जाता हैं वो भी हर बार अलग होती हैं | जब बड़े बस लाइक कमेंट के लिए ऐसा कर रहें हैं तो बच्चो को क्या ही कहें |
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ReplyDeleteआप न सबकी पोल पट्टी खोलने पर लगी रहती हो ।इससे उनको शायद खुशी मिलती हो । बस नकल करने की अकल नहीं है ।
ReplyDeleteमै पोल पट्टी ना खोल रही मै तो उन्हे ठीक से नकल करने के लिए कह यही ताकि कोई पकड़ ना सके 😂
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