बिटिया पहली या दूसरी क्लास मे रही होंगी जब एक दिन स्कूटी से उन्हे स्कूल से लेकर घर वापस आ रही थी । उनके याद मे पहली बार मुंबई मे इतनी बारिश हुई थी कि सड़को पर पानी जमा हो गया था ।
बारिश बंद हो चुकि थी लेकिन कही कही पानी जमा था । स्कूटी से चलते हुए उन्हे जमा पानी देख मजा आ रहा था । एक जगह इतना पानी जमा था कि हम दोनो माँ बेटी अपने पैर ऊपर कर लिए । स्कुटी पर पैर रखने वाली जगह पानी आ गया था । बिटिया का एक्साइटमेंट और बढ़ गया ।
आगे जा कर थोड़ा पानी कम हुआ तभी सामने से एक बाइक पानी उड़ाते गयी , उनको और मजा आया । बोली मम्मी तुम भी तेज स्कूटी चला कर पानी उड़ाओ बहुत मजा आयेगा ।
हम मना कर दिये की अगल बगल जाते लोगो पर पानी जायेगा ये अच्छी बात नही है । थोड़ा आगे जाते ही सड़क पर कोई नही था । बोली अब करो करो अब कोई नही है । हमने कहा चलो कोई हर्ज़ नही है ।
स्कूटी तेज किया दोनी तरफ पानी उड़ने लगा और वो खिलखिला खिलखिला हँसते बोलती जा रही थी और तेज और तेज। बस कुछ ही आगे बढ़े होंगे कि सामने से तेज रफ्तार कार आती दिखी । भविष्य हमे साफ दिख गया । भागने छुपने के लिए ना हमारे पास जगह थी और ना समय ।
कार हमारे बगल से गुजरी ढ़ेर सारा पानी उड़ाते और हम दोनो को भिंगो आगे चली गयी । बिटिया तो रेनकोट पहनी थी बस नीचे भींगी लेकिन हम पूरे। ये देख बोलती है कार वाले को ध्यान से गाड़ी चलानी चाहिए था ना । फिर हम बोले उसमे भी कोई बच्चा रहा होगा तुम्हारी तरह , जिसे उड़ते हुए पानी का मजा लेना होगा ।
#मुंबईकीबारिश
वाह वाह! सजीव दृश्य प्रस्तुत किया आपने
ReplyDeleteउसमे भी कोई बच्चा रहा होगा तुम्हारी तरह , जिसे उड़ते हुए पानी का मजा लेना होगा ।
ReplyDelete😄😄 बिटिया समझ गयी न फिर ?
रोचक ।